Shankaracharya: ‘महात्मा गांधी एह देश के राष्ट्रपिता नइखन हो सकत’- शंकाराचार्य

Sonu Kishor
शंकाराचार्य

ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती एगो बड़हन बयान दिहले बाड़न। उ कहले कि महात्मा गांधी ए देश के राष्ट्र के जनक नइखन हो सकत। असल में छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर पहुंचल शंकराचार्य बहुत मुद्दा पऽ आपन विचार रखले। उऽ कहले कि राष्ट्र पिता नांव के कवनो चीज़ नइखे। एकरा संगे-संगे उऽ गाय के राष्ट्रीय पशु घोषित करे के मांग कइले। शंकराचार्य कहले कि एक देश, एक टैक्स, एक चुनाव के बात होखता, तब पूरा देश में गाय के लेके अइसन कानून होखे के चाही।

भारत के केहु राष्ट्रपिता ना हो सकेला

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद एगो सवाल के जवाब में कहले – “भारत में राष्ट्र के पिता नाम के कवनो चीज़ नइखे। केहु के पता नइखे कि भारत केतना दिन से बा। पाकिस्तान अलग राष्ट्र बन गइल अउरी मोहम्मद अली जिन्ना ओहिजा के कायदे आजम बन गइले काहेंकी पाकिस्तान के नया जनम भइल रहे। भारत पहिलहीं से रहे, भारत के केहु के जनम नइखे देले। लोग अफवाह फइलावे आ कहले कि मोहनदास करमचंद गांधी राष्ट्रपिता हउवे।

मोहन दास करमचंद गांधी कवना देश में जनम दिहले?

शंकराचार्य कहले कि अगर मोहनदास करमचंद गांधी के राष्ट्र के पिता कहल जाला तऽ बतावे के चाही कि उ कवना राष्ट्र के जनम देले बाड़े। उ खुद एही राष्ट्र में पैदा भइल रहले। मोहन दास करमचंद गांधी एह देश के राष्ट्र के जनक ना हो सकेलें।

गाय के बारे में टिप्पणी कइले

मठ-मंदिर के सरकारी नियंत्रण से निकाले के मांग के सवाल प शंकराचार्य कहले – इ बहुत निमन बा, हम एकर समर्थन करतानी काहेकी मर्यादा के रक्षा सबका बस में नइखे। निश्चित रूप से ओह लोग खातिर ना जे धर्मनिरपेक्षता के शपथ लेले बा।

छत्तीसगढ़ में गाय के बारे में शंकराचार्य कहले – हमनी के छत्तीसगढ़ राज्य से बहुत उम्मीद बा, इहां हर गांव में सभे गाय के संगे देखाई देता। इहाँ के लोग में गाय के प्रति भक्ति बा। छत्तीसगढ़ में महतरी के रूप में गाय के माई मानल जाला। उऽ कहले कि एह देश में गाय के हत्या आ कत्ल कईल जाता। हमनी के मांग बा कि एही देश में गाय के रक्षा होखे अउरी ओकरा के राष्ट्र के जननी घोषित कइल जाव।

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