पूर्व मध्य रेल के दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) मंडल के अंतर्गत व्यस्ततम रेल मार्गन में एगो गया-गढ़वा (वाया सोन नगर) रेलखंड के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नया बाइपास रेल लाइन के तोहफा देले बाड़ें। एसे स्थानीय लोगन में खुसी के माहौल बा। पीएम मोदी एकर शिलान्यास बुध के दरभंगा में एम्स के निर्माण सहित 1200 करोड़ से जादे के योजनन के संगे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कइलें। एह बाइपास रेल लाइन के बनला से रेल यातायात आउर सुगम हो जाई आ लोगन के गढ़वा से गया आवे-जाये में आसानी होई।
10 किमी लमहर बाइपास रेल लाइन पs खर्च होई 224 करोड़
जानकारी के अनुसार 10 किलोमीटर लमहर एह नया बाइपास रेल लाइन के निर्माण चिरैला-पौथू आ बगहा-बिशुनपुर तक कइल जाई आ एकरा निर्माण पs 224 करोड़ से जादे के राशि खर्च होई। नया बाइपास रेल लाइन के निर्माण से एह रेलखंड पs ना खाली ट्रेनन के रफ्तार बढ़ी बलुक रेल ट्रैफिको सुगम हो सकी। संगही गया आ गढ़वा के बीच के दूरियो कम होई।
गढ़वा जाये खातिर ना आवे के पड़ी सोननगर स्टेशन
एह नया बाइपास रेल लाइन के निर्माण पूरा होखला के बाद गया से गढ़वा जाये खातिर सोननगर स्टेशन ना आवे के पड़ी। बलुक ट्रेन चिरैला-पौथू से बाइपास के माध्यम से गढ़वा के ओर रवाना हो जाई। एकरा से दूरी आ समय दुनो के बचत होई। संगही परियोजना के पूरा होखला से सोननगर के भीड़भाड़ वाला यार्ड में शंटिंग आ इंजन रिवर्सल से समय के बचत होई आ बीआरबीसीएल आउर एनएसटीपीएस बिजली संयंत्र के कोयला के रेक के आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सकी।
तेजी से पूरा होई रेल लाइन के काम
एह बाइपास के निर्माण से ग्रैंड कॉर्ड रेल लाइन पs चतरा-गया, बानादाग-कोडरमा आ आउर मार्ग से कोयला के रैक के आवाजाही सीधे ग्रैंड कॉर्ड रेल लाइन से बरवाडीह सेक्शन में हो पाई। ई परियोजना समय के बचत के संगही निर्बाध गति से संरक्षित, सुरक्षित ट्रेनन के संचालनो में सहायक होई। मानल जा रहल बा कि प्रधानमंत्री के ओर से शिलान्यास के बाद नया बाइपास रेल लाइन के निर्माण के काम तेजी से सुरू होई।