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Shardiya Navratri 2022: आज से शारदीय नवरात शुरू, जानीं कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त आ पूजा विधि

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अइसे करी पूजा-

नवरात के पहिला दिन घर के मेन दुआरी के दुनो तरफ स्वास्तिक बनाई आ केवाड़ी पs आम भा अशोक के पत्तन के तोरण लगाई, मान्यता बा कि अइसन कइला से मां दुर्गा प्रसन्न होली आ रउआ घर में सुख-समृद्धि लेके आवेली। नवरात के पहिला दिन माता के मूर्ति भा तस्वीर के लकड़ी के चौकी भा आसन पs स्वास्तिक के चिन्ह बनाके स्थापित करे के चाहीं। ओकरा बाद माता के सोझा माटी के बर्तन में जौ बोई ,जवन समृद्धि के प्रतीक मानल जाला। कलश स्थापना के संगही रोली, अक्षत, मोली, फूल आदि से देवी के मंत्रन के उच्चारण करत माता के पूजा करी आ भोग चढ़ाई। अखंड दिया प्रज्वलित कs के माँ के आरती करी।

एह नियमन के राखीं धेयान

धर्मशास्त्रों के मोताबिक कलश के सुख-समृद्धि, वैभव आ मंगल कामना के प्रतीक मानल गइल बा। कलश में सब ग्रह, नक्षत्रन आ तीर्थन के वास होला। एकरा आलावे ब्रह्मा, विष्णु, रूद्र, सब नदियन, सागरन, सरोवरन आ तेतीस कोटि देवी-देवता कलश में विराजमान होला लो। वास्तु के मोताबिक ईशान कोण(उत्तर-पूरुब) के जल आ ईश्वर के स्थान मानल गइल बा आ इहां सबसे बेसी सकारात्मक ऊर्जा रहेला। एहिसे पूजा करते घरी माता के प्रतिमा भा कलश के स्थापना एही दिशा में करे के चाहीं। यद्धपि देवी माँ के क्षेत्र दक्षिण आ दक्षिण पूर्व दिशा मानल गइल बा। एहिसे ई धेयान रहे कि पूजा करत घरी आराधक के चेहरा दखिन भा पूरुब में रहे। शक्ति आ समृद्धि के प्रतीक मानल जाये वाला पूरुब दिशा के ओर चेहरा कs के पूजा कइला से हमनी के प्रज्ञा जागृत होला आ दखिन दिशा के ओर चेहरा कs के पूजा कइला से आराधक के शांति अनुभव होला। माता के पूजा करत घरी कबो बुलू आ करिया रंग के वस्त्र ना पहिने के चाहीं, अइसन कइला से पूजा के फल में कमी आवेला। देवी माता के शक्ति के प्रतीक लाल रंग बहुते पसन हs एहिसे पूजा करत घरी शुभ रंग जइसे लाल, गुलाबी, केसरिया, हरियर, पियर ,क्रीम आदि पहन सकत बानी।

घट स्थापना के शुभमुहूर्त

अबकि बेर प्रतिपदा तिथि के आरंभ 26 सितंबर, सोमार के सबेरे 03 बजकर 23 मिनट पs आरंभ होई जवना के समापन 27 सितम्बर के सबेरे 03 बजके 08 मिनट पs होई। घटस्थापना के मुहूर्त प्रात: 06.11 से प्रातः  07.51 मिनट तक रही। घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त – सबेरे 11:54  से दुपहर 12:42 तक रही।

  • शारदीय नवरात 2022 कलश/घटस्थापना मुहूर्त

शारदीय नवरात 2022 घटस्थापना मुहूर्त  अवधि
नवरात 2022 सबेरे 06 बजके 11 मिनट से 07 बजके 51 मिनट तक 1 घंटा 40 मिनट
  • शारदीय नवरात 2022

दिन नवरात्रि दिन तिथि  पूजा-अनुष्ठान 
26 सितंबर 2022 नवरात दिन 1 प्रतिपदा  माँ शैलपुत्री पूजा घटस्थापना
27 सितंबर 2022 नवरात दिन 2 द्वितीया  माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
28 सितंबर 2022 नवरात दिन 3 तृतीया  माँ चंद्रघंटा पूजा
29 सितंबर 2022 नवरात दिन 4 चतुर्थी  माँ कुष्मांडा पूजा
30 सितंबर 2022 नवरात दिन 5 पंचमी  माँ स्कंदमाता पूजा
01 अक्तूबर 2022 नवरात दिन 6 षष्ठी  माँ कात्यायनी पूजा
02 अक्तूबर 2022 नवरात दिन 7 सप्तमी  माँ कालरात्रि पूजा
03 अक्तूबर 2022 नवरात दिन 8 अष्टमी माँ महागौरी दुर्गा महा अष्टमी पूजा
04 अक्तूबर 2022 नवरात दिन 9 नवमी माँ सिद्धिदात्री दुर्गा महा नवमी पूजा
05 अक्तूबर 2022 नवरात दिन 10 दशमी नवरात्रि दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी
  • शारदीय नवरात पs का करी आ का ना करी 

शारदीय नवरात 2022 का करी     का ना करी
नवरात सात्विक भोजन, साफ़ सफाई, देवी आराधना,भजन-कीर्तन, जगराता, मंत्र,देवी आरती प्याज,लहसुन,शराब,मांस-मछली के सेवन, लड़ाई, झगड़ा, कलह, कलेश, करिया कपड़ा आ चमड़ा के चीज मत पहनी, दाढ़ी,बाल आ नोह मत काटीं।
  • शारदीय नवरात के 9 दिनन में 9 देवियन के 9 बीज मंत्र

शारदीय नवरात के दिन देवी बीज मंत्र
पहिला दिन शैलपुत्री  ह्रीं शिवायै नम:।
दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी  ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
तीसरा दिन चन्द्रघण्टा  ऐं श्रीं शक्तयै नम:।
चउथा दिन कूष्मांडा  ऐं ह्री देव्यै नम:।
पांचवा दिन स्कंदमाता ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:।
छठा दिन कात्यायनी क्लीं श्री त्रिनेत्राय नम:।
सातवाँ दिन कालरात्रि क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।
आठवां दिन महागौरी  श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।
नउवां दिन सिद्धिदात्री ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।
  • नवरात के दिन के मोताबिक भोग

शारदीय नवरात 2022  नवरात के दिन  माता के भोग
पहला दिन माँ शैलपुत्री देवी  देसी घी
दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी देवी शक्कर,सफेद मिठाई,मिश्री और फल
तीसरा दिन चंद्रघंटा देवी मिठाई और खीर
चौथा दिन कुष्मांडा देवी मालपुआ
पांचवां दिन स्कंदमाता देवी  केला
छठा दिन कात्यायनी देवी शहद
सातवां दिन कालरात्रि देवी गुड़
आठवां दिन महागौरी देवी नारियल
नौवां दिन सिद्धिदात्री देवी अनार और तिल
  • शारदीय नवरात 2022 पs शुभ योग 

शारदीय नवरात 2022  नवरात के दिन  शुभ योग
पहिला दिन माँ शैलपुत्री देवी  सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग
दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी देवी
तीसरा दिन चंद्रघंटा देवी
चउथा दिन कुष्मांडा देवी  रवि योग
पांचवां दिन स्कंदमाता देवी सर्वार्थ सिद्धि योग
छठा दिन कात्यायनी देवी रवि योग
सातवां दिन कालरात्रि देवी सर्वार्थ सिद्धि योग
आठवां दिन महागौरी देवी रवि योग
नउवां दिन सिद्धिदात्री देवी
  • शारदीय नवरात 2022, घटस्थापना खातिर पूजा सामग्री

शारदीय नवरात 2022 घटस्थापना खातिर पूजा सामग्री घटस्थापना खातिर पूजा सामग्री
नवरात कलश
माता के फोटो
7 तरह के अनाज
मिट्टी के बर्तन
पवित्र माटी
गंगाजल
आम भा अशोक के पत्ता
सुपारी
जटा वाला नारियल
अक्षत
लाल वस्त्र
पुष्प
  • नवरात में मां दुर्गा के नव रूपन के पूजा से लाभ

दिन नवरात दिन तिथि  पूजा-अनुष्ठान 
26 सितंबर 2022 नवरात दिन 1 प्रतिपदा देवी शैलपुत्री के पूजा से चंद्र दोष समाप्त होला।
27सितंबर 2022 नवरात दिन 2 द्वितीया देवी ब्रह्मचारिणी के पूजा से मंगल दोष खत्म होला।
28 सितंबर 2022 नवरात दिन 3 तृतीया देवी चंद्रघण्टा के पूजा से शुक्र ग्रह के प्रभाव बढेला।
29सितंबर 2022 नवरात दिन 4 चतुर्थी माँ कूष्माण्डा के पूजा से कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होला।
30सितंबर 2022 नवरात दिन 5 पंचमी देवी स्कंदमाता के पूजा से बुध ग्रह के दोष कम होला।
01अक्तूबर 2022 नवरात दिन 6 षष्ठी देवी कात्यायनी के पूजा से बृहस्पति ग्रह मजबूत होला।
02अक्तूबर 2022 नवरात दिन 7 सप्तमी  देवी कालरात्रि के पूजा से शनिदोष खत्म होला।
03अक्तूबर 2022 नवरात दिन 8 अष्टमी देवी महागौरी के पूजा से राहु के बुरा प्रभाव खत्म होला।
04अक्तूबर 2022 नवरात दिन 9 नवमी देवी सिद्धिदात्री के पूजा से केतु के असर कम होला।

 

साभार: अमर उजाला

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