उत्तर प्रदेश में नगर निगम के संविदा कर्मचारी लोग खातिर एगो खुशखबरी बा उत्तर प्रदेश के नगर निगम के ठेका कर्मचारी के स्थायी बनावल जाई स्थानीय निकाय निदेशालय उहाँ काम करे वाला सब संविदा कर्मचारी के पूरा विवरण नगर निगम से मंगले बा के विवरण मिलला के बाद, ओकरा बाद आगे के प्रक्रिया शुरू हो जाई।
उत्तर प्रदेश के नगर निगम में काम करे वाला हजारों ठेका मजदूरन खातिर एगो खुशखबरी बा सरकार सगरी ठेका मजदूरन के स्थायी बनावे के फैसला कइले बिया स्थानीय निकाय निदेशालय तमाम नगर निगम में काम करे वाला सगरी ठेका मजदूरन के विवरण मंगले बा। निगम के राज्य के आ एकरा खातिर सब नगर आयुक्तन के एगो चिट्ठी भेजल गइल बा।
31 दिसंबर 2001 से या ओकरा से पहिले नगर निगम में काम करे वाला सभ ठेका मजदूर के विवरण मांगल गइल बा, जारी चिट्ठी के मुताबिक नगर निगम के भी एगो प्रारूप भेजल गइल बा, जवना में सभ ठेका मजदूर के विवरण देवे के होई दिहल गइल बा। आपत्ति के बाधा अब वित्त विभाग हटा दिहले बा।
उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के ओर से सरकार से बातचीत भइल, जवना में ठेका मजदूर के स्थायी बनावे के प्रस्ताव राखल गइल रहे, जवना के आधार पऽ तीन दिन के भीतर मजदूर के नगर निगम के ठेका के विवरण भेजे के होई।
एकरा अलावे नगर पंचायत आ नगरपालिका के संविदा आ दैनिक मजदूरी के स्थाई बनावल जाई, जवन कि 31 दिसंबर 2001 या ओकरा से पहिले पंचायत आ नगरपालिका में काम करे वाला संविदा आ दैनिक मजदूरी करे वाला लोग के 3 दिन के समय देवे के कहल गइल बा। छुट्टी नगर पंचायत आ नगरपालिका के सगरी विवरण निदेशालय में भेजे के पड़ी।