हिन्दू धर्म में ‘ॐ’ शब्द के सबसे पवित्र आ महामंत्र मानल जाला। कवनो पूजा भा शुभ काम से पहिले ई मंत्र निश्चित रूप से जपावल जाला। धार्मिक रूप से एह शब्द के भगवान से मिले के तरीका बतावल गइल बा। बाकिर का रऊवा जानत बानी कि ओम के जाप भी स्वास्थ्य खातिर फायदेमंद होला? ओम शब्द के उच्चारण से पैदा होखे वाला लहर तनाव के खतम कs देले अवुरी मन में शांति देवेले। ई बात कई गो शोध में भी साबित भइल बा। इहे ना, इs ब्लड प्रेशर भी संतुलित राखेला काहे कि लगातार ओम के नारा से शरीर में पैदा होखेवाला कंपन, दिल के संगे हमनी के पूरा शरीर में भी खून के आपूर्ति सामान्य राखेला। थाइरॉइड के मरीज के भी एकर फायदा होला काहे कि लगातार एह मंत्र के पढ़ला से गला में कंपन होला जवना से थाइरॉइड ग्रंथि स्वस्थ रहेला।
अगर थाइरॉइड ग्रंथि स्वस्थ रही तs शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रोसेस कंट्रोल में रही। ना तs ऊर्जा कम होई ना वजन में उतार-चढ़ाव होई काहे कि अगर गला में मौजूद इs तितली के आकार के ग्रंथि आपन काम ठीक से ना करी तs शरीर के हर अंग में तनाव बढ़ जाला। अगर बढ़त आ घटत थाइरॉइड पs नजर ना राखल जाव तs लोग समय से पहिले उमिर के लउके लागेला. अंततः हमनी के जवन भी खाईं जा, ओकरा के ऊर्जा में बदल के हर अंग में भेजे के काम एह ग्रंथि से निकले वाला थाइरोक्सिन हार्मोन के होला। आज के बदलत मौसम में थाइरॉइड के बेमारी अउरी खतरनाक हो जाला काहे कि कबो-कबो छोट-मोट सर्दी भी थाइरॉइड के संकेत होखेला जवना के चलते शुरू में बेमारी के पता ना चलेला अवुरी बाद में समस्या बढ़ जाला।
थायराइड हार्मोन के काम
फैट-प्रोटीन पचावे में मददगार
खून में सुगर के स्तर के संतुलन बनावेला
बॉडी टेंपरेचरत नियंत्रण करेला
खराब कोलेस्ट्रॉल के हटावे में लिवर के मदद करेला
दिल के धड़कन-ब्लड प्रेशर के नियंत्रित करेला
दिमाग के पिट्यूटरी ग्रंथि के नियंत्रित करीं
थायराइड के लक्षण
अचानक वजन बढ़ल-घटल
इर्रेगुलर पीरियड्स
पीसीओएस
हाई बीपी
सुस्ती आ थकान
घबराहट
ड्राई स्किन-हेयरफॉल
चिड़चिड़ापन
उभरल आंख
इनफर्टिलिटी
हाथ में कंपन
नींद के कमी
मसल्स पेन
कइसे कंट्रोल होई थायराइड?
वर्कआउट जरूर करीं
सुबह एप्पल विनेगर पी
रात में हल्दी दूध ली
कुछ देर धूप में बइठी
खाना में नारियल तेल के इस्तेमाल करीं
7 घंटा के नींद जरूर लीं
थायराइड खातीर योग
अलसी
नारियल
मुलेठी
मशरूम
हल्दी दूध
दालचीनी
थायराइड में कारगर आयुर्वेदिक उपचार
मुलेठी फायदेमंद
तुलसी-एलोवेरा जूस
रोजाना त्रिफला 1 चम्मच
रात में अश्वगंधा आ गर्म दूध