सबेरे-सबेरे: पेट के प्रॉब्लम्स करीं दूर इs तीन गो योगासन , सामिल करीं रोजमर्रा के जिंदगी में
शारीरिक आ मानसिक दुनों तरह के स्वास्थ्य समस्या में योग फायदेमंद मानल जाला। अध्ययन से पता लागल कि योग बहुत गंभीर स्वास्थ्य समस्या के कम करे में फायदेमंद हो सकता अवुरी स्वास्थ्य के फायदा भी दे सकता। कई प्रकार के योग आसन भी आपके पेट के अंग के बेहतर मालिश करे, पाचन के बेहतर स्वास्थ्य बनावे में अवुरी कब्ज अवुरी अपच जईसन स्वास्थ्य समस्या के खतरा के कम करे में मददगार हो सकता।
स्वस्थ शरीर खातिर स्वस्थ पेट बहुत जरूरी मानल जाला। पाचन अवुरी पोषक तत्व के अवशोषण में बहुत अंग के भूमिका होखेला, जवना के योग के माध्यम से स्वस्थ राखल जा सकता। पेट के गंभीर बेमारी के कम करे में बहुत प्रकार के आसन आपके मददगार हो सकता।
धनुषासन
गोड़ सीधा कs के पेट के बल लेट जाइ। हाथ बगल में रखी । अब धीरे-धीरे घुटना मोड़ के हाथ पकड़ के माथा के ओर खींच लीं। गोड़ के कूल्हा से जादा दूर ना फैलावे के चाहीं। अब गोड़ के शरीर के ओर खींचत धीरे-धीरे जांघ के ऊपर उठावे के कोशिश करीं।ई प्रक्रिया बेर-बेर करीं.
पवनमुक्तासन
इs योग मुद्रा पेट के मांसपेशी के मजबूत करेला अवुरी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी समस्या के कम करे में मदद करेला। पीठ के बल पs लेट के गोड़ तान के फेर हाथे से दुनु गोड के मोड के पकड़ के कुछ देर ले राखी. ई प्रक्रिया बेर-बेर करीं.
कैट-काउ पोज
कलाई के कंधा से नीचे अवुरी घुटना के कूल्हा से नीचे राखी। साँस लेके ऊपर देखी आ पेट के चटाई के ओर आए दीं। साँस छोड़त घरी ठोड़ी के छाती के ओर दबाईं।ई प्रक्रिया बेर-बेर करीं.
अस्वीकरण: सलाह समेत ई लेख खाली सामान्य जानकारी देले। ई कवनो तरीका से योग्य चिकित्सा राय के विकल्प ना हs। आगे के जानकारी खातिर हमेशा कवनो विशेषज्ञ भा अपना डॉक्टर से सलाह लीं। खबर भोजपुरी एह जानकारी के जिम्मेदारी नईखे लेत।”