स्पेशल स्टोरी भोजपुरी कविता:कवनों शिकवा शिकायत नाही बा तुहसे…. Jan 3, 2024 कवनों शिकवा शिकायत नाही बा तुहसे, न काले रहे न आजे बा, अउर त अउर तुहार कहल हर एक बतिया के हम सच ही मानी ना, इहो जानत बानी कि तू हमसे झूठ ही…
साहित्य भोजपुरी कविता, कुबेरनाथ मिश्र ‘विचित्र’ के मुक्तक… Nov 6, 2023 अधिकतर मंच कवि लोग के तरह इनकर भी एगो उपनाम रहे - 'विचित्र'। बाकिर ई तखल्लुस खाली नाम में ना रहे। उहाँ के एगो अद्भुत कवि रहले, जेकर…
स्पेशल स्टोरी Father’s Day Special: मैकश के कलम से कविता “बाबूजी” Jun 19, 2022 बात बात प भले, रूस खिसिया जालन बाबूजी बाकी दुख मे जब रहिले त,याद आ जालन बाबूजी केहु देहाती केहु कहे ,पढ़े मे जीरो हवन बाबूजी…
कविता बाबूजी-2 (कविता) मैकश के कलम से Jun 15, 2022 घर के जानल पहचानल अनजान बाबूजी हो गइले जइसे कवनों गाछ पुरान बाबूजी घर आंगन दुआर के लाठी रखवार बाबूजी आन्ही रोकत जइसे माटी के देवार बाबूजी…
साहित्य राष्ट्रीय कविता संगम पुरस्कार वितरण समारोह भइल आयोजित Jun 8, 2022 कोलकाता। विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के महत्वपूर्ण अवसर पर राष्ट्रीय कविता संगम, मध्य कोलकाता इकाई द्वारा पुरस्कार वितरण समारोह के साथे-साथे कविता के…
कविता सूइये तागा जोड़े में उजर गईल जिनिगी (कविता) मैकश के कलम से Jun 2, 2022 कोइला के धाह में ककड़ गईल जिनिगी सूइये तागा जोड़े में उजर गईल जिनिगी लईकाई में हमरो बड़ बड़ कहानी रहे एगो नाय रहे आ छाती भर पानी रहे आन्ही पानी आईल…