एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक पकड़ल अन्य आरोपियन सीतापुर महमूदाबाद में कोआपरेटिव बैंक के सहायक प्रबंधक कर्मवीर सिंह (निवासी आशियाना लखनऊ), लखनऊ के बालागंज के आकाश कुमार श्रीवास्तव, रायबरेली रोड के भूपेंद्र अउर शाहजहांपुर के ध्रुव कुमार श्रीवास्तव शामिल बानें।
पांचों जनी के पूर्व बैंक प्रबंधक आरएस दुबे अपने गिरोह में जोड़ले रहनें। एह गिरोह हेराफेरी खातिर कई जगह पर मीटिंग भी कइले रहनें। एसटीएफ के कहनाम बा कि योजनाबद्ध तरीके से दुबे साइबर एक्सपर्ट अउर अन्य दो-तीन युवकन के साथ बैंक में घंटो बइठत रहनें। ई लोग बैंक में अपने लैपटॉप लगा के काम भी करत रहनें।
एही दौरान दुबे अउर गिरोह से जुड़ल साइबर एक्सपर्ट बैंक के दू कर्मचारियन के यूजर आईडी अउर पासवर्ड ले लीहलें। एही के माध्यम से 146 करोड़ रुपया बिल्डर अउर ठेकेदार समेत आठ लोग के बैंक खाता में ट्रांसफर कइले रहनें।
मामिला में साइबर क्राइम के पुलिस टीम आरएस दुबे, सोलर कंपनी के मालिक सुखसागर सिंह चौहान के वारदात के दू दिन बाद गिरफ्तार कइले रहनें। एकरे बाद एगो साइबर हैकर सतीश के दबोचल गइल। ई पूछताछ के आधार पर नयका गिरफ्तारी बा।