4 दिन के छठ महोत्सव आजु से नहाय-खाय से सुरू हो गइल बा. आजु व्रत राखे वाली मेहरारू पोखरा आ नदी में नहा के घिया के सब्जी भात खा के व्रत करे के प्रण लीहें. मानल जाला कि एह भोजन के खइला से साधक के जीवन में सकारात्मकता आवेला। एकरा अलावा जानीं का नहाय-खाय से जुड़ल कवनो खास बात बा?
नहाय खाय के दौरान का करेनी
एह दिन उपवास करे वाली मेहरारू लोग सूरज उगला से पहिले नजदीक के कवनो पोखरा भा नदी में नहा के ओकरा बाद चावल, चना दाल आ कद्दू भा लौकी के प्रसाद बना के ओकर सेवन करेली।
नहाय-खाय में साफ-सफाई के विशेष ध्यान राखल जाला। प्रसाद के तैयारी करत घरी साफ-सफाई के विशेष ध्यान राखे के पड़ेला। बता दीं कि छठ के परब में खाली व्रती के ना बलुक पूरा परिवार के सात्विक खाना खाए के पड़ेला।
एह दिन प्रसाद बनावे खातिर खाली साफ चूल्हा के इस्तेमाल करीं। बता दीं कि एह दिन मेहरारू लोग एक बेर ही खाना खाली। फेर खरना अगिला दिने साँझ के हो जाला।
एकरा अलावे नहाए अवुरी खाना खाए में सेंधा नमक के इस्तेमाल करीं। एकरा संगे एs दिन उपवास करे वाली महिला के खाली स्वच्छ वस्त्र धारण कs के खाना खाए के चाही।
छठ पूजा कैलेंडर 2024
*नहाय-खाय – 5 नवम्बर (सूरज उगला – सबेरे 6:39 बजे होई आ सूर्यास्त सांझ 5:41 बजे होई।)
*खरना – 6 नवम्बर, बुध (एह दिन मीठा चावल आ लौकी के खिचड़ी खाइल जाला।)
*साँझ के अर्घ्य – 7 नवम्बर के.
*सुबह अर्घ्य – 8 नवम्बर के .