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‘शुक’ के Chandrayaan-3 : हर तरफ ‘मंगल’ : आज फिर इतिहास रचे के तैयारी में भारत, 140 करोड़ लोगन के लागल बा दुआ, बाकिर दुनिया के निगाह हमनी पs, झारखंडवासियन के गर्व

दुपहरिया 14.35 बजे हमन के आपन रॉकेट एलवीएम 3 M4 आंध्रा प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से chandrayaan-3 के लेके अनंत यात्रा पs रवाना होखे जा रहल बा। बीयफ ही के 25.30 बजे उल्टा गिनती शुरू हो गइल बा।

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स्पेशल डेस्क, श्री हरिकोटा : भारत के बहुप्रतीक्षित अंतरिक्ष मिशन चंद्रयान 3 शुक के दुपहरिया हकीकत बने जा रहल बा। शुक के शुरू हो रहल चंद्रयात्रा खातिर हर तरफ मंगल कामना कइल जा रहल बा। देश के 140 करोड़ लोगन के दुआ साथे लेके देश इतिहास रचे के तइयारी में बा। पूरा दुनिया के निगाह एक बार फिर हमनी पs लागल बा। पड़ोसी देश पाकिस्तान छाती पीट रहल बा।

चीन अपन छोट-छोट आंखों से भारत के बड होत सपनन के  देख रहल बा। बांग्लादेश, नेपाल, भूटान अउर श्रीलंका में लोग शुभकामना दे रहल बाड़े। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस भारत के बढ़त ताकत के अंदाजा लगावत बा। ई सबन बीच दोपहर 14.35 बजे हमनी के अपन रॉकेट एलवीएम 3 M4 आंध्रा प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से chandrayaan-3 के लेके अनंत यात्रा पs रवाना होखे जा रहल बा। बायफे के ही 25.30 बजे उल्टा गिनती शुरू हो गइल बा।

का हs chandrayaan-3

चंद्रयान 3 भारत के अंतरिक्ष मिशन बा। एह के तहत भारत चांद पs अपन लैंडर के सॉफ्ट लैंडिंग करावे के प्रयास कर रहल बा। एह से पहिले साल 2008 चंद्रयान अउर साल 2019 में मिशन chandrayaan-2 चंद्रमा पs भेजल गइल रहे। ई एहिके के फाॅलोअप मिशन बा। जवन एलवीएम 3 एम 4 के जरिये लैंडर के भेजल जात बा। ऊ रॉकेट नया हेवी लिफ्ट प्रक्षेपण यान बा। एकरा के इसरो विकसित कइलें बा। योजना के अनुसार अगीला एक महीना के अंदर एह मिशन अपन अंतिम पड़ाव पs होई। चांद के दक्षिणी ध्रुव के करीब लैंडिंग के प्रयास कइल जा रहल बा। बतावल जात बा कि ईहा सूरज के  किरण ना पडी। ईहां के तापमान माइनस 230 डिग्री सेल्सियस तs पहुंच जाला। एलवीएम 3 एम 4 के  चौउथा ऑपरेशनल फ्लाइट बा।

झारखंड के लोगन में गजब के उत्साह

अइसेत चंद्रयान 3 के लेके पूरे देश में उत्साह  बा बकिर झारखंड के लोगन के खुशी कुछ खास बा। चंद्रयान 3 के लांच होखे के साथे झारखंड के लोगन खातिर गर्व के क्षण होई। 8.4 मीटर ऊंचा लांचिंग पैड से एह के लांच कइल जाई। जवन एसएलपी सेकेंड लांचिंग पैड से चंद्रयान 3 के लांचिंग होई। ओकर कार्यादेश रांची में स्थित कंपनी मेकन के मिलल रहे। मेकन के अभियंता ही ऐकर डिजाइन बनवलास। एह के आधार पs सेकेंड लांचिंग पैड के निर्माण एचइसी में भइल। एचइसी के अधिकारिय लोग बतावलें कि एसएलपी खातिर जरूरी उपकरण के निर्माण एचइसी के वर्कशॉप में कइल गइल रहे।

एह खास बात, जवन आप सबन  के पता होखे के चाही
चंद्रमा अउर पृथ्वी के बीच के दूरी 3.84 लाख किलोमीटर बा। आगामी 23 या 24 अगस्त के चंद्रमा पs साॅफ्ट लैंडिंग के प्रयास हाेई। एह बीच चंद्रयान 3 धरती के चक्कर लगावत रही। प्रोपल्शन के इस्तेमाल करके अपन दायरा बढावत रही। 19 अगस्त के लैंडी मॉडयूल अउर प्रोपल्शन मॉडयूल अलग होंहि हे। एकर साथे ही चंद्रयान धरती के कक्षा से निकलकर चंद्रमा के कक्षा में दाखिल होई। एह के साथे एह चंद्रमा के चक्कर लगावल शुरू कर दी। लैंडर के 150 मीटर के ऊंचाई से नीचे उतरी अउर पहिला लैंडिंग साइट खोजी। अगर कउनो चेतावनी ना मिली त 150 मीटर के ऊंचाई से सीधा लैंड करी। अगर अइसन ना भइल कुछ अउर दूरी तय करके 60 मीटर के ऊंचाई से दूसर लैंडिंग के प्रयास करी।

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