Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

Gorakhpur Famous Samosa: 40 साल बादो बंगाली समोसे में उहे टेस्ट, खास बा देसी घी में तलल आलू आ दाल के स्वाद

584

 

बेनीगंज चौराहा के लगे प्रिया टॉकीज मानस बन के आपन अस्तित्व गंवा देले होई, लेकिन मौका पs एकर नाम अबे ले बरकरार बा। नाम के रखरखाव के जिम्मेवारी ओकरा ठीक सामने प्रिया के मिठाई आ समोसा के दोकान सम्हारले बा। दोकान से बिकाए वाला बंगाली स्टाइल के समोसा के स्वाद अतना अद्भुत होला कि चार दशक से अधिका समय से ई ग्राहकन के होंठ पs राज करत बा। देसी घी में तलल आलू आ दाल के छोट-छोट समोसा के मांग अइसन बा कि सबेरे एक बजे से बनावल शुरू हो जाला आ साँझ के पांच बजे ले एको ना रह जाला।

बंगाली कारीगर के सलाह पs अनोखा समोसा बनावे लगले

दुकान मालिक अनिल कुमार बरनवाल के कहनाम बा कि जब प्रिया टॉकीज चरम पs रहे त उ दोकान खोलले। साल 1982 के रहे। चूँकि टॉकी सामने रहे एहसे दोकान ग्राहक के आइल रहे। समोसा से दोकान के पहचान पs चर्चा करत अनिल कहले कि जब उ दोकान खोलले त समोसा खातीर कारीगर के खोज के चक्कर में एगो बंगाली कारीगर से भेंट भईल, जेकरा लगे ओ जमाना काम ना रहे। अयीसना में उ तुरंत काम के प्रस्ताव मान लेले अवुरी देसी घी में छोट-छोट बंगाली समोसा बनावे के सलाह देले। भाई अनिल के सलाह देके विशेष प्रकार के समोसा बनावे के प्रक्रिया शुरू हो गईल।

प्रिया स्वीट्स केंद्र के लोकप्रियता बरकरार 

इमली आ पंचफोरन के चटनी के साथे परोसल समोसा ग्राहकन के पसंद आवे लागल आ दोकान के पहचान समोसा से जुड़ गइल। समोसा के लोकप्रियता अईसन बढ़ल कि समय के संगे प्रिया टाकिज मानस टाकिज बन गईल अवुरी ओकरा बाद बंद हो गईल लेकिन प्रिया मिष्ठान केंद्र में समोसा के ग्राहक के संख्या में कबो कवनो कमी ना आईल। दुकानदार बतवले की उनुकर कुछ ग्राहक अयीसन होखेला कि उ लोग नियमित रूप से दोकान पs आके समोसा खाले अवुरी परिवार खातीर भी ले जाले। ग्राहक के स्वाद के संतुष्ट करे खातिर उ कबो समोसा के गुणवत्ता से समझौता ना करेले।

 

 

 

 

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.