Good News: कौशल विकास के मुफ्त कोर्स कराई MMMUT, पूरा देस में मान्य होई प्रमाणपत्र, नौकरी के खुली दरवाजा
मुफ्त कोर्स सुरू करे खातिर कौशल विकास विभाग के संगे विश्वविद्यालय के करार होखे जा रहल बा। करार प्रक्रिया पूरा होखला के बाद डेढ़ दर्जन कोर्स संचालित होखे लागी। एमे विश्वविद्यालय के अलावा बाहरी नवहो (युवा) कोर्स कs सके ला। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बहुत जल्दी युवा लोगन के डेढ़ दर्जन से बेसी कौशल विकास से जुड़ल कोर्स करे के अवसर मिली, उहो मुफ्त। एह कोर्सन के संचालन खातिर उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत कौशल विकास विभाग आ विश्वविद्यालय के बीच ट्रेनिंग पार्टनर बने के सहमति बन गइल बा। एकरा बाद विभाग के ओर से करार के प्रपत्र विश्वविद्यालय के उपलब्ध करा दिहल गइल बा। करार के प्रक्रिया पूरा करके कोर्स के संचालन जल्दी से जल्दी सुरू करे के विश्वविद्यालय के तइयारी बा।
डेढ़ दर्जन से बेसी कोर्स सुरू करे के देलस प्रस्ताव
नई शिक्षा नीति के अनुपालन में विश्वविद्यालय अपना परिसर में कौशल विकास के डेढ़ दर्जन से बेसी कोर्स सुरू करे के प्रस्ताव विभाग के दिहल गइल रहे। विभाग एकरा के सहर्ष स्वीकार कइले बा। करार प्रक्रिया पूरा होखला के बाद कोर्स खातिर विश्वविद्यालय में पंजीकृत युवा लोगन के पढ़ाई के खर्च कौशल विकास विभाग वहन करी। कोर्स के प्रारूप के अनुरूप विभाग प्रति युवा खातिर 7500 रुपिया से 12500 रुपिया विश्वविद्यालय के उपलब्ध कराई।
ई होई शर्त
शर्त ई होई कि सब कोर्स उद्योग जगत के मानक पs रोजगारपरक होखे। विश्वविद्यालय फिलहाल विभाग के 2800 युवा लोगन खातिर कोर्स संचालित करे के आश्वासन देले बा। एमे 800 विश्वविद्यालय के इच्छुक छात्र होई लोग, जे अपना मूल कोर्स के साथ एह कोर्स के कs सकी लो आ 2000 बाहरी युवा लोगन के अवसर मिली। करार के बाद विश्वविद्यालय के ओर से कोर्स के सूची जारी कइल जाई।
200 से 300 घंटा तक के होई कोर्स
विश्वविद्यालय में जवन कोर्स संचालित होई, ओकर समय सीमा 200 से 300 घंटा होई। अइसन में प्रति कोर्स अपना क्षमता के अनुसार दु से तीन महीना के हो सकत बा। कोर्स खातिर प्रतिदिन पांच से छव घंटा के कक्षा संचालन के योजना विश्वविद्यालय के ओर से बनावल जा रहल बा। घंटा के आधार पs कोर्स के मासिक अवधि निर्धारित होई। कोर्स करे वाला के विश्वविद्यालय द्वारा कौशल विकास द्वारा प्रमाणित प्रमाणपत्र जारी कइल जाई, जवन पूरा देस खातिर मान्य होई।
का कहत बाड़े कुलपति
एमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय बतवलें कि कौशल विकास के अलग-अलग कोर्स के ट्रेनिंग करावे खातिर कौशल विभाग के ओर से एगो अनुबंध पत्र प्राप्त भइल बा। बहुत जल्द अनुबंध पत्र के पूरा कs के विभाग के प्रेषित कs दिहल जाई। स्वीकारोक्ति प्राप्त होखला के बाद कोर्स के संचालन के प्रक्रिया सुरू कs दिहल जाई। विश्वविद्यालय के कोसिस होई कि अइसन कोर्स संचालित कइल जाई, ओकरा के पूरा करे के बाद कवनो युवा के रोजगार खातिर भटके के पड़ो।
एमएमयूटी के 27 आउर विद्यार्थियन के मिलल प्लेसमेंट
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 27 आ विद्यार्थियन के कैंपस सेलेक्शन के माध्यम से प्लेसमेंट मिलल बा। एमे चार विद्यार्थियन के सालाना दस-दस लाख आ 23 विद्यार्थियन के सालाना पांच-पांच लाख रुपिया के सैलरी पैकेज मिलल बा। एकरा संगही एह साल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियन के प्लेसमेंट संख्या 660 तक पहुंच गइल बा।
विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट सेल के प्रभारी प्रो. वीके द्विवेदी बतवलें कि अतवार के प्री-गेड कंपनी कैंपस सेलेक्शन के परिणाम घोषित कइल गइल बा, जेमे 23 विद्यार्थियन के चयन ट्रेनी मैनेजर खातिर भइल बा। एमे केमिकल इंजीनियरिंग के पांच, सिविल इंजीनियरिंग आ कंप्यूटर इंजीनियरिंग के चार-चार, इलेक्ट्रिकल के छव, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के एगो आउर एमबीए के तीन विद्यार्थी सामिल बा। एकरा अलावे जवना चार विद्यार्थियन के 10 लाख रुपिया के सैलरी पैकेज मिलल बा, ऊ सब कंप्यूटर साइंस एंड इन्फार्मेशन टेक्नालाजी के विद्यार्थी बा लोग। ओह लोग के चयन बोनामी साफ्टवेयर सर्विसेज कंपनी में भइल बा। प्रो. द्विवेदी बतवलें कि अब कुछ कंपनियन के चयन के प्रक्रिया चल रहल बा।
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