Winter Solstice: आजु होई सबसे लमहर रात, 16 घंटा ले रही अंहार, जानीं कारन?
आज सूरज से पृथ्वी के दूरी बढ़ जाला, एही से सूरज के किरण बहुत कम समय खातिर पृथ्वी पs रहेला।। ई ऊ समय हवे जब सूरज के किरण धरती पs बहुत कम समय ले रहे ला आ साल के सभसे छोट दिन के विंटर सोल्सटिस कहल जाला।
आज साल के सबसे लमहर रात होई। आज 22 दिसंबर के करीब 16 घंटा ले अन्हार रही। जबकि दिन मात्र 8 घंटा के होई। एकरा के विंटर सोल्सटिस कहल जाला। ई ऊ समय हवे जब सूरज के किरण धरती पs बहुत कम समय ले रहे ला आ साल के सभसे छोट दिन के विंटर सोल्सटिस कहल जाला।
आज सूरज से पृथ्वी के दूरी बढ़ जाला, एही से सूरज के किरण बहुत कम समय खातिर पृथ्वी पs रहेला। जाड़ा के मौसम आधिकारिक तौर पs एही दिन से शुरू होला। समर सोल्स्टिस 21 जून के होला। बतावल जाव कि सोल्स्टिस का होला? सोल्स्टिस के का मतलब होला? सोल्स्टिस शब्द लैटिन भाषा के सोल (सूरज) आ सिस्टर से आइल बा।
सोल्सटिस के समय पृथ्वी के दुनों ध्रुव सुरुज से दूर हो जालें जबकि सुरुज स्थिर रहे ला। दक्खिन ध्रुव गरमी के मौसम में सुरुज से अधिकतम दूरी पs होला जबकि उत्तरी ध्रुव जाड़ा के मौसम में सुरुज से अधिकतम दूरी पs होला। पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में जाड़ा के मौसम में उत्तरी ध्रुव सुरुज से दूर हो जाला जबकि दक्खिन ध्रुव नजदीक आ जाला। एह से उत्तरी गोलार्ध में दिन छोट होले आ रात लमहर होले जबकि एकरे बिपरीत दक्खिनी गोलार्ध में दिन लमहर होले आ रात छोट होले। बता दीं कि दक्षिणी गोलार्ध के देशन जइसे कि ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका में गरमी शुरू हो जाई।
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