नई दिल्ली। मतदाता सूचियन के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के पूरा देस में लागू करे के तइयारियन पs चरचा खातिर चुनाव आयोग एगो महत्वपूर्ण बैठक कइलस। अपना राज्य अधिकारियन के संगे बैठक में चुनाव आयोग देसभर में मतदाता सूची पुनरीक्षण के कवायद पs विचार-विमर्श कइलस। बैठक में चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारी आयोग के एसआईआर नीति पs एगो प्रस्तुति देलें। एह दौरान बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसआईआर के कार्यान्वयन में राज्य के अनुभव के साझा कइलें।
सीईओ के ई तीसरका बैठक
फरवरी में ज्ञानेश कुमार के मुख्य चुनाव आयुक्त के पदभार ग्रहण कइला के बाद सीईओ के ई तीसरका बैठक हs। हालांकि, अधिकारी लोग बतावल कि बुध के दिन भर चले वाली बैठक महत्वपूर्ण बा, काहेकि एमे पूरा देस में एसआईआर के तइयारियन पs चरचा कइल जा रहल बा।
एसआईआर पूरा देस में लागू कइल जाई
आयोग कहले बा कि बिहार के बाद एसआईआर पूरा देस में लागू कइल जाई। अइसन संकेत बा कि ई प्रक्रिया एह साल के अंत में असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु आ पश्चिम बंगाल में 2026 में होखे वाला विधानसभा चुनावन से पहिले सुरू हो जाई।
अवैध बिदेसी प्रवासियन के खिलाफ कार्रवाई
एह गहन पुनरीक्षण के मुख्य उद्देश्य बिदेसी अवैध प्रवासियन के जन्म स्थान के जांच कs के बाहर निकालल बा। बांग्लादेश आ म्यांमार सहित अलग-अलग राज्यन में अवैध बिदेसी प्रवासियन के खिलाफ कार्रवाई के मद्देनजर ई कदम महत्वपूर्ण मानल जा रहल बा। एह गहन समीक्षा के तहत चुनाव अधिकारी त्रुटिरहित मतदाता सूची सुनिश्चित करे खातिर घर-घर जाके सत्यापन करी लोग। विपक्षी दलन के ओर से भाजपा के मदद खातिर चुनाव आयोग पs मतदाता आंकड़न में हेराफेरी करे के आरोपन के बीच चुनाव आयोग गहन संशोधन में अतिरिक्त कदम उठवले बा, ताकि ई सुनिश्चित कइल जा सके कि अवैध प्रवासी मतदाता सूची में सामिल ना होखे।
एसआईआर में का-का?
निर्वाचक बने भा राज्य के बाहर से आवे वाला आवेदकन के एगो श्रेणी खातिर एगो अतिरिक्त ‘घोषणा पत्र’ पेश कइल गइल बा। उनका के ई शपथपत्र देवे के होई कि उनकर जन्म 1 जुलाई, 1987 से पहिले भारत में भइल रहे आ उनकर जन्म तिथि भा जन्म स्थान के पुष्टि करे वाला कवनो दस्तावेज प्रस्तुत करे के होई। घोषणा पत्र में सूचीबद्ध विकल्पन में से एगो ई बा कि उनकर जन्म 1 जुलाई, 1987 आ 2 दिसंबर, 2004 के बीच भारत में भइल होखे। उनका के अपना माता-पिता के जन्मतिथि भा स्थान के बारे में दस्तावेज जमा करे के होई।
Read Also: Dev Uthani Ekadashi 2025 Date: कब मनावल जाई देवउठनी एकादशी? अभी नोट करीं तिथि आ पूजा समय