CM हेमंत सोरेन कइलें सूखा राहत के घोषणा, 30 लाख किसानन के मिली एतना रुपिया
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अतवार के राज्य के 30 लाख प्रभावित किसानन खातिर हर केहू खातिर 3,500 रुपिया के सुरुआती सूखा राहत के घोषणा कइलें।
रामगढ़ जिला के लुकैयातांड इलाका में एगो जनसभा के संबोधित करत ऊ कहलें कि ई एगो सुरूआती राहत होई। ओह लोग के आउर बेसी राहत राशि मिली काहेकि हमनी के सरकार केंद्र से सूखा राहत पैकेज के मांग कइले बिया। ऊ कहलें, जल्दिय प्रभावित किसानन के सुरुआती राहत राशि वितरित करे खातिर गांव आ पंचायत स्तर पs शिविर आयोजित कइल जाई। असल में, मुख्यमंत्री अतवार के अपना दादा सोबरन मांझी के 65वां पुण्यतिथि पs श्रद्धांजलि देवे अपना पैतृक गांव पहुंचल रहस।
बता दीं कि पिछला महीना 29 अक्टूबर के झारखंड सरकार राज्य के कुल 260 प्रखंडन में से 226 के सूखाग्रस्त घोषित कइले रहे। तब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कहले रहस कि हर प्रभावित किसान परिवार के 3,500 रुपिया के नकद राहत दिहल जाई। खास बात ई बा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद ट्वीट कs के एकर जानकारी देले रहस। खास बात ई बा कि मुख्यमंत्री के अध्यक्षता में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बैठक में ई निर्णय लिहल गइल रहे। सोरेन एगो ट्वीट में कहले रहस कि सूखा के संदर्भ में झारखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समीक्षा बैठक में राज्य के 22 जिलन के 226 प्रखंडन के सूखाग्रस्त घोषित करे के निर्णय लिहल गइल बा।
इहां के किसानन के खेती बर्बाद हो गइल
एह साल झारखंड के संगे-संगे बिहारो में निम्मन बरखा नइखे भइल। से से कइयन गो जिलन के सूखाग्रस्त घोषित कs दिहल गइल बा। दरअसल, पिछले महीने बिहार से 11 जिलन के सूखाग्रस्त घोषित कs देले रहस। संगही सरकार ऐलान कइलस रहे कि सूखाग्रस्त जिलन में रहे वाला वाला हर परिवार के सरकार के तरफ से 3,500 रुपिया के सहायता राशि दिहल जाई। बाकिर बिहार के किसान सरकार के एह डेग से खुश ना रहे लो। ऊ लोग सरकार के एह सहायता राशि के अप्रयाप्त बता रहल बा लो। ओहिजा, विशेषज्ञन के माने के रहे कि प्रदेश के पूर्वी हिस्सा में साल 1976-77, 1987-88 आ 2009-10 के बाद अबकियो आकाल पड़ल बा। इहां के किसानन के खेती बर्बाद हो गइल बा।
विशेष सहायता पs 600 करोड़ रुपिया खर्च हाेई
बता दीं कि बिहार सरकार के कैबिनेट एह 11 जिलन के 7841 गांवन के निवासी सब परिवारन के 3500 रुपिया के सहायता राशि देवे खातिर 500 करोड़ बजट बिहार अकास्मिक निधी से निकाले के मंजूरी देले रहे। ओहिजा अनुमान बा कि एह विषेश सहायता पs 600 करोड़ रुपिया खर्च हाेई।
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