Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

गोरखपुर: बुद्ध से कबीर तक यात्रा के भइल सुरुआत, दिखल यात्रा में लोगन के उत्साह, प्रेम-सौहार्द आ भाईचारा के प्रचार-प्रसार बा यात्रा के मूल उदेश्य

1,217

गोरखपुर। पूर्वांचल के सांस्कृतिक पहचान के रूप में प्रख्यात महात्मा बुद्ध आ संत कबीर के नाम से पिछिला 5 बरिसन से आयोजित होखे वाला बुद्ध से कबीर तक यात्रा के पांच दिन के कार्यक्रम में पहिला दिन के पड़ाव शहर के बक्शीपुर इस्थित एमएसआई इंटर कॉलेज में रहल, जहाँ विद्यार्थियन के बुद्ध, कबीर आ गांधी के विचारन आ ओह लो के वर्तमान समय में प्रासंगिकता के बारे में बतावल गइल।

इहां से ई यात्रा गीडा इस्थित बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी पहुंचल, जहाँ बुद्ध से कबीर तक संथा के संरक्षक डॉ विनोद मल्ल, पूर्व डीजीपी गुजरात इंजीनियरिंग पढ़ रहल नवहन के भारतीय दर्शन आ संस्कृति के वैज्ञानिक महत्ता के बारे में बतावत देस के जुवा शक्ति के वैचारिक रूप से समृद्ध होखे के बात कहलें, संगही ऊ देस के जुवा पीढ़ी के उत्तरदायित्व के तौर पर आपन साझा विरासत आ आपसी भाईचारा के बनवले राखे के अपील कइलें, बुद्ध से कबीर तक बैंड के द्वारा प्रस्तुत कबीर के पदन आ कौमी एकता के तराना मवजुद नवहन के खूब अपना ओर आकृष्ट कइलस।

साँझ के 5 बजे से चाय-ए-शांतिकारी के तहत एगो बैठक होटल क्लार्क में आयोजित कइल गइल, जवना में यात्रा से एह जुड़ल लोग एक दूसरा से परिचय कइल आ फेर बुद्ध से कबीर तक संस्था आ यात्रा के उदेश्य पs डॉ॰ विनोद मल्ल विस्तार बात रखलें। एह दौरान आउर लोग आपन सुझाव आ अनुभव के साझा कइल।

यात्रा प्रभारी एस ए रहमान बतवलें कि शान्ति, सद्भावना के प्रसार खातिर पांच दिन के ई यात्रा एह साल गोरखपुर आ निकटवर्ती जनपदन में निकालल जाई, जवना के तहत अलग-अलग स्थानन पs पदयात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रमन आ उद्बोधनन के माध्यम से लोगनके बीचे देस के एकता आ संवैधानिक राष्ट्रवाद के प्रति जागरूकता के बात कइल जाई। एह यात्रा में ऐश्प्रा समूह के जोगदान आ सहजोग रहल।

एह मवका पs बुद्ध से कबीर तक संस्था के  श्रीमती अनुराधा मल्ल, पूर्व आइएएस गुजरात, सेराज अहमद अब्दुल्लाह,जफ़र साहब , हाशिम साहब, सुधीर टेकरीवाल, प्रवीन गुप्ता, दीपक अग्रवाल, शैलेन्द्र कबीर, ऋषभ मल्ल, क्षितिज, दीपक, राजमन, गोविन्द, अजीत सिंह आदि यात्री के रूप में मवजूद रहल लो।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.