श्रीलंका में आपातकाल, पड़ल महंगाई के मार, भारत बनल रहनुमा
देहलस 40,000 टन चावल अउर एक अरब रुपया के तत्काल मदद
भारत बढ़वलस मदद के हाथ
भारत श्रीलंका के 1 बिलियन डॉलर के क्रेडिट लाइन देहले बा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एहपर हस्ताक्षर कइनें| एके तहत 40,000 टन चावल ले जाए वाला एक जहाज श्रीलंका पहुंच गइल बा। ईंधन आज शाम पूरे देश में बांटल जाई।
पड़ोसी देश श्रीलंका पिछले कुछ समय से महंगाई अउर गंभीर आर्थिक संकट के सामना क रहल बा। विदेशी मुद्रा भंडार लगभग समाप्त हो गइले अउर कई देश के कर्ज से दबे पड़ोसी देश के ऊपर दिवालिया होखले के संकट उत्पन्न हो गइल बा। श्रीलंका के एह संकट से उबरले खातिर कई देश आगे आइल बा, लेकिन भारत एमें सबसे अधिक भूमिका निभा रहल बा। भूखमरी को खत्म करे खातिर भारत श्रीलंका खातिर 40000 टन चावल के सप्लाई कइले बा। सबसे राहत के बात ई बा कि चावल के सप्लाई श्रीलंका में एक प्रमुख त्योहार से पहिले कइल जा रहल बा। उम्मीद बा कि भारत द्वारा कइल गइल एह मदद से श्रीलंका के कुछ राहत मिली।
श्रीलंका में महंगाई चरम पर
पेट्रोल पंप पर फ्यूल खातिर दू-दू किलोमीटर लमहर लाइन लग रहल बा। खाना के चीज एतना महंग हो गइल बा कि लोग भूक्खे सुतले खातिर मजबूर बाने। आलम ई बा कि पेट्रोल से भी महंग दूध बिक रहल बा।एक कप चाय के कीमत 100 रुपये हो गइल बा। मिर्च 700 रुपये किलोग्राम बिक रहल बा। एक किलो आलू खातिर 200 रुपया चुकावे के पड़ रहल बा। फ्लूल के कमी के असर बिजली उत्पादन पर भी बा। अब कई शहरों में 12 से 15 घंटा ले बिजली कटौती हो रहल बा। अइसन स्थिति में भारत फौरी तौर पर श्रीलंका के एक अरब डॉलर के मदद देहले बा।
Comments are closed.