अलविदा शेन वॉर्न
अलविदा शेन वॉर्न
हम अपने हीरो के मैदान में जादू देखावत देखले बानीं। हम नाइ जानतनीं कि मैदान के बहरा ऊ कइसन रहने ? लेकिन उनके बारे में जेतना पढ़ले बानीं, ऊ दोस्ती निभवले में औवल रहनें।
गेना पर अँगुरी अइसे फेरत रहनें जइसे घूमत चाक के माटी पs कोहार के अँगुरी। कई गेना तो एकदम क्रीज़ के बाहर फेंकल गइल अउर ऊ विकेट के गुल्ली उड़ा ले गइल।
चेहरा पs कब्बो निरासा नाइ लउकल, न कब्बो देहिये झुकल। सतर्क खिलाड़ी, फिटनेस के प्रतिमान। जब टीम के विकेट नाइ मिलत रहे तब ऊ रिकी पोंटिंग के असरा भइल रहनें। टेस्ट होखे चाहे वन-डे, ओनकरे रहल एकदम जरूरी रहल।
उनकर गइल दुखी कs गइल। यह गइले के अभिन उमिर नाइ रहल। पिछिला कुछ मउतन से एगो बात साफ हो गइल बा कि फिजिकल फिटनेस होखे चाहे मेंटल हेल्थ, ई मउत टरले के जोगाड़ ना बा। मउत जौने दिन चाही, ऊ ले लेई जिनगी। ऊ जेतने क्रूर बा उतने निष्पक्ष।
नायक के ईश्वर अपना सरन में लेवें अइसने कामना बा।
अलविदा हीरो।
कुमार आशु
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