पत्रकार सौम्या विश्वनाथन मर्डर केस में 15 साल बाद फैसला आज, ऑफिस से घर लवटत घरी गोली मारके कइल गइल रहे हत्या
Soumya Vishwanathan के 30 सितंबर 2008 के सबेरे लगभग 3.30 बजे उनका कार में काम से घर लवटत घरी गोली मारके हत्या कs दिहल गइल रहे। पुलिस दावा कइलस कि उनकर हत्या के पीछे डकैती के मकसद रहे। एह ममिला में आज बुधवार के साकेत कोर्ट में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रवींद्र कुमार पाण्डेय द्वारा आरोपितन के दोष तय कइल गइल जाई।
साकेत कोर्ट में आज 2008 में टीवी पत्रकार सौम्या विश्वनाथन के हत्या ममिला में (Soumya Vishwanathan Murder Case) में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रवींद्र कुमार पाण्डेय द्वारा आज आरोपितन के दोष तय कइल जाई।
मृतका सौम्या विश्वनाथन के बाबूजी एमके विश्वनाथन आ माई माधवी विश्वनाथन मवजूद बा लो। एह ममिला में फैसला करीब दु बजे आई। आरोपित अमित शुक्ला के ओर से दाखिल कइल गइल अंतरिम जमानत के एगो याचिका के कोर्ट खारिज कs देले बा।
काम से घर लवटत घरी गोली मारके कs दिहल गइल रहे हत्या
पिछलका सुनवाई पs अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रवींद्र कुमार पाण्डेय फैसला सुनावल जाए के दौरान सब आरोपितन के अदालत में शारीरिक रूप से उपस्थित रहे के निरदेस देले रहस। बता दीं कि सौम्या विश्वनाथन के 30 सितंबर, 2008 के सबेरे लगभग 3.30 बजे उनकर कार में काम से घर लवटत घरी गोली मारके हत्या कs दिहल गइल रहे।
पुलिस के दावा- हत्या के पीछे डकैती रहे मकसद
पुलिस दावा कइले रहे कि उनका हत्या के पीछे डकैती के मकसद रहे, बाकिर पांच लोग रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक, अजय कुमार आ अजय सेठी के उनकर हत्या के आरोप में गिरफ्तार कइल गइल रहे आ मार्च 2009 से हिरासत में बा लो।
पुलिस आरोपितन के खिलाफ सख्त महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगवले रहे। बलजीत आ दु गो आउर रवि कपूर आ अमित शुक्ला के पहिले 2009 में आइटी एग्जीक्यूटिव जिगिशा घोष के हत्या में दोषी ठहरावल गइल रहे।
हथियार के बरामदगी से भइल हत्या के ममिला के पर्दाफाश
पुलिस बतवले रहे कि जिगिशा घोष के हत्या में इस्तेमाल कइल गइल हथियार के बरामदगी से विश्वनाथन के हत्या के ममिला के पर्दाफाश भइल रहे। ट्रायल कोर्ट 2017 में जिगिशा घोष हत्या ममिला में कपूर आ अमित शुक्ला के मौत के सजा आ बलजीत मलिक के आजीवन कारावास के सजा सुनवले रहे।
हालांकि अगिला साल, उच्च न्यायालय रवि कपूर आ अमित शुक्ला के मौत के सजा के आजीवन कारावास में बदल देले रहे आ जिगिशा हत्या ममिला में बलजीत मलिक के आजीवन कारावास के बरकरार रखले रहे।
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