सबेरे-सबेरे: बरखा के मौसम में टहलल हो गइल बा कम तs घरवे में करीं इs योगासन
टहलल बहुते प्रकार के बेमारी से बचाव के सबसे आसान अवुरी सबसे निमन तरीका बा। टहलला से शारीरिक गतिविधि बनल रहेला। खून के संचार में सुधार होखेला अवुरी इम्यूनिटी मजबूत हो जाला। रोज चलला से कैलोरी बर्न होला , जवना के चलते शरीर में फालतू चर्बी जमा ना हो पावेला। एकरा अलावे टहलला से मानसिक रूप से भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेला।
हालांकि मानसून के अईला के संगे रोज सबेरे चाहे सांझ के टहलल लोग के एक्टिविटी कम हो जाला। बरसात के मौसम में कबो भी बार बार बारिश होखे के कारन, बाहर कीचड़ भा फिसलन के समस्या, पार्क में डेंगू आ मलेरिया के डर आदि के चलते मानसून के समय में भी लोग घूमे खातिर घर से बाहर ना निकल पावेला .
अयीसना में आप घर में कुछ योगासन के अभ्यास कs सकतानी, जवना से स्वास्थ्य के ओतने फायदा हो सकता, जवन कि टहलला से मिल सकता। एह योगासन के स्वास्थ्य के अउरी कई गो फायदा भी बा। बता दी कि बरसात के मौसम में टहल ना पावत बानी तs घर में कवन आसान योग आसन के अभ्यास करे के चाहीं।
ताड़ासन
रउआ रोज ताड़ासन के अभ्यास कs सकेनी। एह आसन के साथे लंबाई बढ़ जाला। शरीर के पोस्चर सही रहेला। एकरा अलावे एs आसन के अभ्यास से आदमी के थकान दूर हो जाला अवुरी ऊर्जा बढ़ेला। ताड़ासन मांसपेशी के आराम देवे अवुरी ब्लड फ्लो में सुधार करे में भी मदद करेला।
अधोमुख शवासन
अधोमुख शवासना शरीर के निचला हिस्सा, हाथ-गोड़ के मजबूत करेला। एकरा से गोड़, छाती, पिंडलियों अवुरी पीठ के खिंचाव कईल जा सकता। एह आसन से रउरा कमर दर्द से राहत पा सकेनी.
कपालभाति
कपालभाति के अभ्यास से पाचन तंत्र के मजबूती मिलेला, जवना से गैस, एसिडिटी, कब्ज जईसन समस्या से राहत मिलेला। कपालभाति फेफड़ा, लिवर, पैंक्रियाज के कामकाज में सुधार करे में मदद करेला।
“खबर भोजपुरी के लाइफस्टाइल आ योगा श्रेणी में प्रकाशित सगरी लेख पाठक के जानकारी आ जागरूकता बढ़ावे खातिर तइयार कइल गइल बा. उपर के लेख में बतावल गईल संबंधित बेमारी के बारे में अधिक जानकारी खातिर आपन डॉक्टर से सलाह लीं।”
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