खुलके हँसल भी एक तरह के व्यायाम ह, एसे रोज के तनाव से मुक्ति मिली
हँसल आ मुस्कुराइल जीवन के एगो महत्वपूर्ण हिस्सा ह। हँसी से जीवन में तनाव कम हो जाला। एकरा संगे-संगे स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहेला। एही से कहल गइल बा कि हँसी सबसे बढ़िया दवाई ह। त आईं पता लगावल जाव कि हँसी रउरा जिनिगी से तनाव आ उदासी कम करे में कइसे मदद करेला-
देखल गइल बा कि जे लोग खुल के जिनिगी जियत बा, ऊ बुढ़ापा में अधिका सक्रिय रहे में सक्षम होला। संगही, खुशहाल बुजुर्ग लोग के बिछौना से उठला, कपड़ा पहिरे चाहे नहाए जईसन काम करे में कवनो परेशानी ना होखेला।
लाफ्टर ऑनलाइन यूनिवर्सिटी के मुताबिक, हंसत घरी एंडोर्फिन हार्मोन निकलेला। इ हार्मोन आपके में माफी, दयालुता अउरी देखभाल के एहसास बढ़ावेला, जब इ भावना आपके भीतर आवेला त ओकरा संगे एगो सकारात्मक ऊर्जा भी आवेला अउरी आप खुश महसूस करेनी।
एंडोर्फिन हार्मोन दिल के स्वास्थ्य खातिर भी बढ़िया होखेला, यानी हंसला से आपके दिल भी स्वस्थ होखेला। हँसी से कोर्टिसोल अउरी एपिनेफ्रीन के स्राव कम हो जाला। कोर्टिसोल अवुरी एपिनेफ्रीन तनाव के हार्मोन हवे। अगर खुल के हँसत बानी त रउरा अउरी सामाजिक हो जानी आ लोग से जुड़ल कोशिश करीलें।
मैरीलैंड विश्वविद्यालय के एगो शोध में पाता चलल कि हंसला से शरीर में खून के बहाव में भी सुधार होखेला। एह अध्ययन में लोग के दू गो समूह में राखल गइल। पहिला समूह में हास्य कार्यक्रम आ दुसरका समूह के नाटक देखावल गइल। शोध में पाता चलल कि जवन लोग कवनो कॉमेडी प्रोग्राम देखत खुल के हंसत रहले, ओ लोग के खून के संचार बाकी प्रतिभागी के मुक़ाबले बहुत बेहतर रहे।
रोज एक घंटा हंसला से 400 कैलोरी ऊर्जा के खपत होखेला, जवना से मोटापा कम हो जाला। जोर से हंसला से चेहरा के मांसपेशी के व्यायाम होखेला, जवना के चलते चेहरा पt जल्दी झुर्री ना आवेला। हँस के चमड़ी भी बढ़िया हो जाला। एगो शोध के मुताबिक, हंसत घरी हमनी के गहिरा सांस लेवे अउरी साँस छोड़े के व्यायाम करेनी, जवना के चलते शरीर में ऑक्सीजन के संचार बेहतर तरीका से होखेला। आ एकरा चलते हमनी का बहुते दिन ले ताजा आ ऊर्जावान रह सकीले।