धान के खेती बनल बरहज क्षेत्र खातिर आकर्षण के केन्द्र
अखिलेश कुमार सिंह: बरहज क्षेत्र के ग्राम पंचायत डेहरी में जागरूक किसान धन्नजय मणि आ मुन्ना सिंह अपना क्षेत्र खातिर एगो अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कइले बा लो। जहां हर किसान धान के फसल के जून आ जुलाई में रोपाई करेला। ओहिजा एह लोगन के धान के फसल पाक के तइयार हो गइल बा। ई फसल गेंहू आ सरसों के फसल काटके मार्च के महीना में रोपाई कइल गइल रहे। जवना के बीया 15 फरवरी के डालल गइल रहे। एह बीया के उत्तराखंड के रुद्रपुर से ले आवल गइल रहे। जवना के नाम पीआर- 126 हs। जे केहू क्षेत्रवासी इहां से गुजरत बा ऊ एह धान के बारे में जानल चाहत बा।
धान के सीजन के दौरान भू जल के भारी मात्रा के प्रयोग हर बरिस कइल जा रहल बा। भूजल के बचावे खातिर पीआर 126 बहुते उपयोगी किस्म के धान हs काहेकि ई कम पानी में आसानी से हो जाला। आउर धान के फसल के तइयार होखे में जहां 140 दिन के समय लागेला ओहिजा पीआर 126 के 115 से 120 दिनन के समय लागेला।
किसान मुन्ना सिंह बतवलें कि एह धान के सबसे बड़ फायदा ई बा कि हमनी के क्षेत्र में एह समय खेत खाली रहेला। जेमे कुछ ना बोवल जाला। फसल पाक के तइयार होला। एकरा के दु चार दिन में काटके आ एह समय से होखे वाला धान के आसानी से बोवल जा सकत बा, जवना के बीया डाल दिहल गइल बा। जवना तरे से फसल लागल बा लगभग एक एकड़ में 22 कुंतल धान होखे के संभावना बा।
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