अधिका मुनाफा के लालच कबो कबो लोग खातिर महँग साबित हो जाला. कुछ अइसने काम दुबई के एगो कंपनी अपना निवेशकन के साथे कइले बिया. एकरा में भारतीय निवेशक भी शामिल बाड़े, जवन कि कंपनी खाती आपन जान के मेहनत के पईसा के बलिदान दे देले बाड़े। अब ओह लोग के लगे हाथ रगड़ला के अलावे दोसर कवनो विकल्प नइखे रहि गइल. दरअसल दुबई के एगो ब्रोकरेज फर्म ‘गल्फ फर्स्ट कमर्शियल ब्रोकर्स’ रातों रात गायब हो गईल। कंपनी के ऑफिस खाली पड़ल बा। निवेशक चिंतित होके इधर-उधर भटकत बाड़े। निवेशकन के दावा बा कि ओह लोग के लाखों दिरहम के नुकसान भइल बा.
खलील टाइम्स में छपल खबर के मुताबिक कंपनी के कैपिटल गोल्डन टावर में दुगो ऑफिस रहे। इहाँ करीब 40 कर्मचारी लगातार निवेशक के विदेशी मुद्रा ऑफर खातीर फोन करत रहले। दुनो कार्यालय खाली बा। एक समय में इहाँ कॉल सेंटर निहन चहल-पहल होखत रहे। अब पूरा आफिस में सन्नाटा बा। ऑफिस में खाली पोंछ, बाल्टी, आ करिया कचरा के थैली बा। फर्श पs धूल बा, फोन के तार टूट गईल बा अवुरी निवेशक के लाखों दिरहम बिना कवनो जानकारी के गायब हो गईल बाड़े।
कंपनी के लोग फोन के माध्यम से निवेश मांगत रहले
कैपिटल गोल्डन टावर के एगो सुरक्षा गार्ड बतवले कि फर्म के प्रबंधन चाभी वापस क देले बा। सब कुछ खाली कर देले बाड़े। ऊ लोग अइसे चल गइल बा जइसे लवटल हो गइल होखे. सब कुछ खाली कर दिहलस। ऊ लोग अइसे चल गइल जइसे हड़बड़ी में होखे. संगही उs कहले कि अब रोज लोग उनुका बारे में पूछे आवत बाड़े।
भारतीय निवेशकन के भारी नुकसान भइल
केरल के प्रवासी मोहम्मद आ फयाज पोयल गल्फ फर्स्ट कमर्शियल बैंकर्स में 75 हजार डॉलर के निवेश कइले रहले. पुलिस गल्फ फर्स्ट अवुरी सिग्मा-वन दुनो के खिलाफ शिकायत दर्ज करवले बिया। जांच में पाता चलल कि सिग्मा-वन कैपिटल दुबई वित्तीय सेवा प्राधिकरण चाहे सिक्योरिटीज एंड कमोडिटीज अथॉरिटी (एससीए) के मंजूरी के बिना काम करत रहे। पोयल कहता कि हम पईसा लेवे आईल बानी। लेकिन इहाँ जवाब तक देवे वाला केहु नईखे। सभ नंबर बंद देखावल जा रहल बा। लागत बा कि पहिले इहाँ कुछुओ ना रहे।
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