आज से उत्तराखंड में चरधाम यात्रा शुरू हो रहल बा, मुख्यमंत्री श्रद्धालु लोग के यात्रा के शुभकामना दिहले
उत्तराखंड में आज से चार धाम यात्रा शुरू हो रहल बा। ऋषिकेश से 4050 श्रद्धालु के सवार 135 गाडी चरधाम खातिर रवाना भइल। गाड़ियन के झंडा देखावत उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल कहले कि एह साल रिकार्ड संख्या में भक्त दर्शन खातिर चरधाम चहुँप जइहें ।
उत्तराखंड के ऊपरी गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध केदारनाथ, गंगोत्री आ यमुनोत्री धाम के दरवाजा आज अक्षय तृतीया पर्व प भक्तन खातिर खोलल जाई, जाड़ा के मौसम में छह महीना तक बंद रहला के बाद ई साल के चरधाम यात्रा शुरू हो जाई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा प आवे वाला श्रद्धालु के बधाई देत कहले कि यात्रा के सुरक्षित पूरा होखे खातीर भगवान से प्रार्थना कइले बानी।
एह समय मंदिर के दरवाजा खुल जाई
मंदिर समिति के कहनाम बा कि केदारनाथ आ यमुनोत्री के दरवाजा सबेरे 7 बजे खुली जबकि गंगोत्री के दरवाजा दुपहरिया 12.20 बजे खुली। उनका मुताबिक चार धाम के नाम से जानल जाए वाला मशहूर धाम में शामिल एगो आ धाम बद्रीनाथ के दरवाजा 12 मई के सबेरे 6 बजे खुली। बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौर केदारनाथ मंदिर के उद्घाटन खातिर मंदिर के फूल से सजावल जा रहल बतवले।
20 क्विंटल फूल से सजल मंदिर
उ बतवले कि दाता लोग के मदद से मंदिर के लगभग 20 क्विंटल अलग-अलग प्रजाति के फूल से सजावल जाता, जवना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से उहाँ पहुंचावल गइल बा। अधिकारी के मुताबिक यात्रा के लेके श्रद्धालु लोग में जबरदस्त उत्साह बा आ गुरुवार के सांझ के चार बजे तक चार धाम खातीर 22 लाख से जादे श्रद्धालु आपन पंजीकरण करा चुकल बाड़े। चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन बुलेटिन के मुताबिक अभी तक वेब पोर्टल, मोबाइल ऐप आ व्हाट्सएप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन के संख्या 22,28,928 हो गइल बा। अबकी बेर भी सरकार चारो धाम के दरवाजा खुले के मौका प हेलीकाप्टर से फूल के बौछार करे के घोषणा कइले बिया।
सीएम धामी श्रद्धालु लोग के अभिवादन कइले
इहाँ जारी बयान में मुख्यमंत्री श्रद्धालु के अभिवादन करत कहले कि सरकार सुरक्षित चरधाम यात्रा खातीर प्रयास करतिया। उ कहले कि राज्य सरकार के प्रयास ह कि यात्रा पूरा क के घरे लवटत श्रद्धालु अपना संगे स्वर्णिम याद लेके चले। चारधाम यात्रा के राज्य खातिर जश्न बतावत उ विश्वास जतवले कि ए साल के चरधाम यात्रा से पहिले के सभ रिकॉर्ड टूट जाई।
इ यात्रा 6 महीना तक चली
स्थानीय लोग भी हर गर्मी में होखे वाला चरधाम यात्रा के शुरुआत के इंतजार करेले। छह महीना के एह यात्रा के दौरान भारत आ विदेश से आवे वाला लाखों भक्त आ पर्यटक लोग के रोजगार आ रोजी-रोटी के स्रोत बा आ एही से चारधाम यात्रा के गढ़वाल हिमालय के अर्थव्यवस्था के रीढ़ मानल जाला। जाड़ा में धाम के भारी बर्फबारी आ भयंकर ठंड के चलते हर साल अक्टूबर-नवंबर में भक्तन खातिर एकर दरवाजा बंद हो जाला, जवन अगिला साल अप्रैल-मई में फेर से खुलेला।
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