Caste Census: सरकार काहें करावत बिया जाति जनगणना, ईहां जानीं पूरा डिटेल

Minee Upadhyay
जनगणना

मोदी सरकार जाति जनगणना पs मास्टर स्ट्रोक खेलले बिया। सड़क से लेके संसद तक सरकार पs लगातार विपक्ष के हमला होखत रहे। बुध के दिने सरकार एगो एलान से एह घेराबंदी के तूड़ दिहलस. अब जब अगिला जनगणना होई तs जाति पूछल जाई। मंत्रिमंडल के बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जसही इs जानकारी देले, राजनीतिक हलचल मच गईल।  कांग्रेस अवुरी आरजेडी समेत विपक्षी नेता एकरा के आपन जीत बतावतारे। तेजस्वी यादव कहले- इहे लालू प्रसाद यादव के जीत हs। अब अगिला लड़ाई आरक्षण लाइन के अउरी बढ़ावे के बा. बिहार के भाजपा कार्यालय में भी जश्न मनावल जाला। भाजपा एकरा के बिहार चुनाव से पहिले आपन जीत नईखे मानत। पार्टी के लागत बा कि जाति जनगणना के फैसला से विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित बढ़त सुनिश्चित हो गइल बा. नीतीश खुश बाड़े। उs पीएम मोदी के धन्यवाद देले बाड़े। जाति जनगणना के फैसला पs के का कहले बा जानीं… 

पहिले जान लीं कि के का कहलस

*कांग्रेस हमेशा से जाति जनगणना के विरोध करत आइल बिया.

*पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 2010 में संसद में कहले रहले कि एकरा पs विचार कईल जाई, बाकिर एकरा के लागू ना भईल। खाली एगो सर्वेक्षण भइल. 

*विपक्षी इंडिया एलायंस के नेता लोग जाति जनगणना के मुद्दा के अपना फायदा में इस्तेमाल कईले।

*कई राज्यन में जाति के गिनती भइल बा बाकिर ई केंद्रीय सूची के बात बा. कई राज्यन में ई काम बढ़िया से भइल बाकिर कुछ राज्यन में ई काम अप्रामाणिक तरीका से कइल गइल.

*केंद्र सरकार एकरा से पहिले जाति जनगणना करावे से इनकार कs देले रहे। मोदी सरकार 2021 में संसद में कहलस कि ओबीसी के जनगणना करावे के कवनो योजना नईखे। 

*साल 2018 में मोदी सरकार घोषणा कईले रहे कि 2021 के जनगणना में पहिला बेर ओबीसी के आंकड़ा एकट्ठा कईल जाई, बाकिर अबे ले अयीसन नईखे भईल।

भारत में जनगणना के कहानी


1872 में शुरू भइल, बाकी पहिली बेर एक साथ आ वैज्ञानिक जनगणना 1881 में भइल। ई जनगणना ब्रिटिश भारत में लॉर्ड रिपन के शासनकाल में भइल। एकरा से पहिले 1872 में जनगणना भईल रहे, बाकिर इs कवनो विस्तृत अवुरी व्यवस्थित प्रक्रिया ना रहे। 1881 के जनगणना से आधुनिक भारत में जनगणना के सुरुआत भइल आ तब से हर दस साल में एक बेर जनगणना हो रहल बा।

1881 के जनगणना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

ई जनगणना ब्रिटिश भारत में भइल जेह में वर्तमान भारत के साथे-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश आ म्यांमार के कुछ हिस्सा भी सामिल रहल। 

ई जनगणना 17 फरवरी 1881 के भइल। 

एह जनगणना में 12 गो सवालन के एगो कार्यक्रम तइयार कइल गइल जवना में लिंग, वैवाहिक स्थिति, मातृभाषा, जन्मस्थान आ दुर्बलता जइसन सवाल शामिल रहे. 

ई जनगणना आधुनिक भारत में जनगणना के सुरुआत हवे जे तब से हर दस साल में एक बेर कइल जा रहल बा। 

जनगणना के महत्व

*जनगणना में आबादी के आकार, बितरण आ संरचना के बारे में जानकारी दिहल जाला जे सरकार के नीति बनावे, बिकास के योजना बनावे आ संसाधन सभ के आवंटन में मदद करे ला।

*जनगणना में सामाजिक, आर्थिक आ सांस्कृतिक जानकारी भी मिलेला, जवन समाज के बेहतर समझ खातिर महत्वपूर्ण बा।

*ई जनगणना हर दस साल में एक बेर कइल जाला जवना से देश के विकास के पता लगावे आ आबादी के बदलत जरूरतन के पूरा करे में मदद मिलेला. 

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