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भोरे उठला के बाद एह मंत्रन के जप करीं, दिन नीमन होई, सुख समृद्धि बढ़ी

सनातन धर्म के मंत्र में एतना शक्ति मानल जाला कि सिर्फ नियमित जप कईला से आदमी के चेहरा के चमक बढ़ जाला अउरी उ दिन भर सकारात्मक ऊर्जा से भरल रहेला।

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भोरे उठला के बाद एह मंत्रन के जप करीं, दिन नीमन होई, सुख समृद्धि बढ़ी

सनातन धर्म के मंत्र में एतना शक्ति मानल जाला कि सिर्फ नियमित जप कईला से आदमी के चेहरा के चमक बढ़ जाला अउरी उ दिन भर सकारात्मक ऊर्जा से भरल रहेला।

हाइलाइट

• सबेरे उठला पर सबसे पहिले हाथ जोड़ के हथेली देखे के चाहीं।

•सब देवी-देवता मनुष्य के हथेली पर निवास करेले।

भोर के मंत्र : हिन्दू धर्म में सबसे पहिले सबेरे उठ के अपना मनपसंद देवता के अभिवादन करे के परंपरा बा। हर आदमी सबेरे उठ के अपना मनपसंद देवता से हाथ जोड़ के प्रार्थना करेला कि ओकरा दिन बढ़िया होखे आ काम में सफलता मिल जाव। हिन्दू धर्म में कहल जाला कि हमनी के सबेरे उठला के बाद आ सुते से पहिले जवन भी काम कइले बानी जा, ओकर असर हमनी के जीवन में निश्चित रूप से लउकेला। शास्त्र के अनुसार अगर हमनी के दिन के शुरुआत सकारात्मक सोच आ बढ़िया विचार से होखे त जीवन में भी सकारात्मकता बा।

ज्योतिष में अइसन कई गो मंत्र बतावल जाला, जप कइल जाला जवन सबेरे उठला के बाद (Start Your Day With These Mantras) पूरा दिन बढ़िया हो जाला। एकरा साथे-साथे एह मंत्रन के जाप से कइल काम में सफलता पावे के संभावना भी बढ़ जाला। ज्योतिषी आ वास्तु सलाहकार भोपाल निवासी पंडित हितेन्द्र कुमार शर्मा ज्योतिष के बारे में बतावत बानी, त आईं अइसन कुछ मंत्र के बारे में जानल जाव जवन राउर दिन बना सकेला।

– हिन्दू धार्मिक शास्त्र में कहल जाला कि कवनो आदमी के सबेरे उठ के सबसे पहिले दुनो हाथ जोड़ के हथेली के ओर देखे के चाही। मानल जाला कि सभ देवी-देवता मनुष्य के हथेली प निवास करेले। एकरा संगे-संगे इ मंत्र के जप भी होखे के चाही-

मंत्र
“कराग्रे वसति लक्ष्मीः, कर मध्ये सरस्वती।करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।।“
अर्थ

अर्थ
एह मंत्र के मतलब ह कि हथेली के आगे के भाग में माँ लक्ष्मी, मध्य भाग में माँ सरस्वती आ जड़ भाग में भगवान ब्रह्मा गोविंद के निवास बा। सबेरे-सबेरे ओह देवता के दर्शन करब।

धन प्राप्ति के लिए मंत्र:
सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धनधान्यसुतान्वित:मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यतिं न संशय:

अर्थ
हे माई, एहमें कवनो संदेह नइखे कि मनुष्य तहरा प्रसाद से सब समस्या से मुक्त हो जाई आ धन, अनाज आ पुत्र से संपन्न होई।

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