Bank Privatization: एसबीआई के छोड़ के इ सभ बैंक हो जईहे प्राइवेट , सरकार जारी कइलस बैंक के पूरा लिस्ट
Bank Privatization New: बड़ खबर सामने आ रहल बा कि सरकार बैंक के निजीकरण के बारे में सोचत बिया। सरकार के ओर से बहुत बैंक के संगे कंपनी के निजीकरण करे के फैसला भईल बा। अब एह फैसला के गति बढ़ रहल बा। बता दी कि, एकरा से पहिले भी केंद्र सरकार से बहुत बैंक के निजीकरण क देले बिया। सरकारी कर्मचारी सरकार के ए फैसला के कड़ा विरोध करतारे।
एसबीआई के छोड़ के बाकी सभ बैंक के बनावल जाई निजी
जानकारी के मुताबिक दुगो प्रमुख अर्थशास्त्री आपन राय देले बाड़े कि सरकार के भारतीय स्टेट बैंक के छोड़ के बाकी सभ सरकारी बैंक के निजीकरण करे के चाही। एकरा पे आपन फैसला देत नीती आयोग कहले बा कि देश के 6 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के निजी हाथ में ना दिहल जाई।
जानकारी देत सरकारी अधिकारी कहले बाड़े कि सरकारी बैंक Consolidation के हिस्सा जवन बैंक रहल बा ओकरा के निजीकरण ना करे के चाही, एकरा पे नीती आयोग के ओर से सूची जारी कईल गईल बा, बतावल गईल बा कि यूनियन बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा , केनरा बैंक आ इंडियन बैंक, एह बैंकन के निजीकरण ना कइल जाई। सरकार इहो कहले बिया कि 6 बैंक के सिर्फ सरकारी राखल जाई।
बीमा कंपनी के कइल जाई बिक्री
याद दिला दी कि वित्त मंत्री पिछला साल के बजट में एलान कइले रहले कि जल्दिए आईडीबीआई बैंक के निजीकरण हो जाई। सरकार एह बैंक में आपन हिस्सेदारी बेचल चाहत बिया। एह प्रक्रिया के प्रोसेस अबहियों चलत बा। सरकार के एह फैसला के लगातार विरोध हो रहल बा। एकरा बावजूद सरकार अपना रुख पे अडिग बिया। एकरा संगे वित्त मंत्री इहो कहले रहले कि बीमा कंपनी भी बेचल जाई।
बैंकन के विलय अगस्त 2019 में भइल रहे
जईसे की रउवा सभे जानत बानी कि 10 में से 4 बैंक के विलय के फैसला सरकार अगस्त 2019 में लेले रहे। ओकरा बाद देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकन के संख्या 27 से घट के 12 हो गइल बा। सरकार अभी तक ए बैंक के निजीकरण के लेके कवनो फैसला नईखे कईले, वित्त मंत्री साफ क देले बाड़े कि ए सभ बैंक के निजीकरण से बाहर राखल जाई।
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