दिल्ली के घेराबंदी फेर से शुरू भइल किसानन से, हजारो किसान आजु रामलीला मैदान में जुटीहें;  जान लीं कि का बात बा

Minee Upadhyay

दिल्ली के घेराबंदी फेर से शुरू भइल किसानन से, हजारो किसान आजु रामलीला मैदान में जुटीहें;  जान लीं कि का बात बा


दिल्ली के रामलीला मैदान में सोमार का दिने किसान महापंचायत में हजारन किसान जुट जइहें| उहे दिल्ली पुलिस महापंचायत के ध्यान में राखत सगरी तइयारी पूरा कर लिहले बिया आ रामलीला मैदान का आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात क दिहले बिया|
किसान नेता अपना मांग के लेके एक बार फिर दिल्ली के घेराबंदी शुरू क देले बाड़े।  दिल्ली के रामलीला मैदान में सोमार के दिने किसान महापंचायत खातिर हजारन किसान जुटे जा रहल बाड़े आ कड़ा सुरक्षा का बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य पे कानूनी गारंटी देबेके माँग करत बाड़े|

साभार-

रामलीला मैदान में होखे वाला किसानन के एह महापंचायत के ध्यान में राखत दिल्ली में भारी पुलिस बल के तैनाती कइल गइल बा|  दिल्ली पुलिस एह आयोजन स्थल पे दू हजार से अधिका सुरक्षाकर्मी तैनात कइले बिया|

पुलिस रविवार के कहले रहे कि कार्यक्रम के सुचारू रूप से संचालन खातीर सुरक्षा के विस्तृत इंतजाम कईल गईल बा।  भीड़ प्रबंधन खातिर भी पुलिसकर्मी के तैनाती कईल गईल बा आ ई सुनिश्चित करे खातिर कि कवनो अनधिकृत आदमी प्रवेश ना करे आ कानून व्यवस्था के भंग ना करे|

ट्रैफिक पुलिस एडवायजरी जारी कइलस
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एगो सलाहकार के मुताबिक, महापंचायत में करीब 15-20,000 लोग के भाग लेवे के संभावना बा।  अतवार का रात से उनुका रामलीला मैदान चहुँपे के उमेद बा|  यातायात पुलिस के एगो अधिकारी बतवले कि आम जनता अउरी मोटर चालक के रामलीला मैदान के आसपास के सड़क, खास तौर पे दिल्ली गेट से अजमेरी गेट चौक तक जेएलएन मार्ग से बचे के सलाह दिहल गईल बा।

केंद्र सरकार पे दबाव बनाई
किसान संघ के संगठन यूनाइटेड किसान मोर्चा रविवार के दिहल बयान में कहलस कि, किसान महापंचायत के आयोजन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पे कानूनी गारंटी खातीर दबाव बनावे खातीर कईल जाता।  अलग-अलग राज्य अउरी केंद्र शासित प्रदेश के लाखों किसान ए कार्यक्रम में भाग लेवे खातीर दिल्ली जा रहल बाड़े।
मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “केंद्र को 9 दिसंबर, 2021 को हमें लिखित में दिए गए आश्वासनों को पूरा करना चाहिए और किसानों के सामने लगातार बढ़ते संकट को कम करने के लिए प्रभावी कदम भी उठाने  चाहीं|”
केंद्र सरकार के अब रद्द हो चुकल खेती के कानून के खिलाफ किसान मोर्चा के नेतृत्व में एक साल से जादे समय तक आंदोलन भईल।  आंदोलन के दौरान किसान के खिलाफ दर्ज मामला के वापस लेवे के आ एमएसपी के कानूनी गारंटी समेत किसान के लंबित मांग पे विचार करे के आश्वासन के बाद मोर्चा दिसंबर, 2021 में आंदोलन के स्थगित क देले रहे।  ए लोग के मांग उल्टा होखे के आरोप लगावत किसान निकाय केंद्र से एमएसपी के समिति के भंग करे के निहोरा भी कईले बिया।

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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।