गोरखपुर जंक्शन के नया मॉडल के प्रस्ताव तइयार बा, रेलवे स्टेशन पे प्रवेश आ निकास खातिर अलग -अलग गेट बनावल जाई
गोरखपुर जंक्शन के पुनर्विकास खातिर पूर्वोत्तर रेलवे के तइयारी जोर शोर से चल रहल बा| पूर्वोत्तर रेल प्रशासन गोरखपुर जंक्शन के नया मॉडल के प्रस्ताव बोर्ड के भेजले बा। बोर्ड के अनुमति खातिर संकल्प पे मुहर लगावल जाई| प्लेटफार्म नंबर नौ पे फ्लाईओवर के साथे पार्किंग बनावल जाई।
गोरखपुर जंक्शन के नया मॉडल के प्रस्ताव तइयार बा, रेलवे स्टेशन पे प्रवेश आ निकास खातिर अलग -अलग गेट बनावल जाई
गोरखपुर जंक्शन के पुनर्विकास खातिर पूर्वोत्तर रेलवे के तइयारी जोर शोर से चल रहल बा| पूर्वोत्तर रेल प्रशासन गोरखपुर जंक्शन के नया मॉडल के प्रस्ताव बोर्ड के भेजले बा। बोर्ड के अनुमति खातिर संकल्प पे मुहर लगावल जाई| प्लेटफार्म नंबर नौ पे फ्लाईओवर के साथे पार्किंग बनावल जाई।
पूर्वोत्तर रेल प्रशासन गोरखपुर जंक्शन के नया मॉडल के प्रस्ताव तइयार क के बोर्ड के भेज दिहलस| बोर्ड के मंजूरी के बाद मॉडल पे मुहर लगावल जाई। संभावना बा कि ए सप्ताह नयका मॉडल के ग्रीन सिग्नल मिले। महाप्रबंधक के निर्देश पे संबंधित अभियंता गोरखपुर जंक्शन के नयका मॉडल में संशोधन कईले बाड़े। उत्तरी गेट पे प्लेटफार्म नम्बर नौ पे फ्लाईओवर के संगे पार्किंग भी बनावल जाई। सुरक्षा के देखत जंक्शन चारो ओर से बंद रही। प्रवेश आ निकास खातिर एक-एक गेट ही होई।
रेलवे स्टेशन हवाई अड्डा निहन स्मार्ट हो जाई
रेल मंत्रालय के पुनर्विकास योजना के तहत गोरखपुर जंक्शन के एयरपोर्ट के लाइन पे स्मार्ट बनी। गोरखपुर जंक्शन से ऊपर मेन गेट तक छत के प्लाजा तैयार रही। प्रवेश आ निकास यात्रियन खातिर अलगा से तीन लेन तइयार कइल जाई| परिसर में गाड़ी खड़ा करे में मात्र चार मिनट के समय मिली। ओवरस्टेइंग टाइम पे शुल्क लागू होखी| मेट्रो ट्रेन खातिर ही कैंपस में ही स्टेशन बनावे के प्रस्ताव भी बा| ताकि मेट्रो के यात्री भी सीधे रेलवे स्टेशन तक पहुंच सके। गोरखपुर जंक्शन परिसर में चारो ओर गुरु गोरखनाथ के झलक मिली। कायाकल्प के बाद जंक्शन में घुसते गोरखनाथ के धरती के झलक देखाई दिही। मुख्य गेट पर ही सांस्कृतिक आ ऐतिहासिक धरोहर के परिचय दिहल जाई।
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स अउरी होटल के सुविधा भी उपलब्ध होई।
जंक्शन पे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, होटल, पार्किंग वगैरह जइसन उच्च श्रेणी के आ आधुनिक सुविधा के प्रावधान कइल जाई| छत के प्लाजा आ बेहतर एप्रोच कनेक्टिविटी तइयार कइल जाई| रूफ प्लाजा से प्लेटफार्म में बेवजह भीड़ से राहत मिली। जंक्शन पे ही जरुरी सामान मिल जाई।
रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन तक स्काई वॉक के रास्ता बनावल जाई
रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन तक पहुंचे खातिर यात्रियन के सड़क पे पैदल ना जाए के पड़ी। रेलवे स्टेशन के छत प्लाजा से सीधे बस स्टेशन परिसर में उतर जइहें| सिर्फ स्टेशन ही ना, शहर के बेवजह भीड़ अउरी जाम से भी आजादी मिली। एकरा खातीर रेलवे बस स्टेशन से बस स्टेशन तक स्काई वॉक कईल जाई।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह कहले कि गोरखपुर जंक्शन के सिटी ऑफ सेंटर के रूप में विकसित करे के तैयारी जारी बा। अगिला 50 साल के ध्यान में राखत जंक्शन के फेर से विकसित कईल जाई। खाली यात्री के ना, आम आदमी के भी सुविधा मिली।
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