Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

Gujarat: नामांकन वापस लेवे वाला AAP उम्मीदवार मीडिया के सामने अइलें, बोललें- हम अगवा नइखी भइल , BJP प कहलें ई बात

जरीवाला अपने पार्टी प निशाना साधत कहलें कि हमरा संगे कुछ फैमिली मैटर हो गइल रहे। हम आपन नामांकन वापस लेनी। भाजपा हमरा ऊपर कवनो दबाव ना डललस आ ना हम केहू के दबाव में आपन नामांकन वापस लेनी।

451

गुजरात चुनाव के रण बहुते रोचक होत जा रहल बा। आम आदमी पार्टी के सूरत (पूर्व) से उम्मीदवार कंचन जरीवाला बुध के आपन नामांकन वापस ले लेले बाड़े। ऊ आपन बयान जारी कइलें कि ऊ केहू के दवाब में ना बलुक स्वेच्छा से आपन नामांकन वापस लेले रहस। एकरा पहिले आप भाजपा प जरीवाला के अगवा करे आ जबरन नामांकन वापसी के दबाव बनावे के आरोप लगवले रहे।

ओहिजा, जरीवाला अपने पार्टी प निशाना साधत कहलें कि हमरा संगे कुछ फैमिली मैटर हो गइल रहे। एहिसे हम आपन नामांकन वापस लेनी। भाजपा हमरा ऊपर कवनो दबाव ना डललस आ ना हम केहू के दबाव में आपन नामांकन वापस लेनी। हम आम आदमी पार्टी में बानी कि ना एह पर हम जल्दिये स्टैंड क्लियर करेम।

ऊ आगे कहलें कि हमरा प्रचार के दौरान लोग हमरा से पूछत रहे कि हम एगो देश-विरोधी आ गुजरात विरोधी पार्टी के उम्मीदवार काहे बननी? एकरा बाद हम आपन अंतरात्मा के आवाज सुननी आ हम बिना केहू के दबाव के आपन नामांकन वापस ले लेनी। हम अइसन पार्टी के समर्थन नइखें क सकत जे गुजरात आ देश विरोधी होखे।

एकरा पहिले आप नेता मनीष सिसोदिया चुनाव आयोग कार्यालय के आगे धरना प बइठत आरोप लगवले रहस कि भाजपा सूरत(पूर्व) से हमार उम्मीदवार कंचन जरीवाला के अगवा क लिहल गइल रहे। सिसोदिया कहले रहस कि उनका के आखिरी बेर बिहान आरओ ऑफिस में देखल गइल रहे। सिसोदिया कहलें, 500 से जादे पुलिस वाला  जबरन कंचन जरीवाला के रिटर्निंग ऑफिसर के दफ्तर लेके पहुंचल लो आ बंदूक के नोक प उनकर नामांकन वापस करावल। सिसोदिया कहलें, जवन कुछ हो रहल बा ऊ चुनाव आयोग प सवाल खड़ा करत बा। ऊ कहलें, हम चुनाव आयुक्त से मिले के समय मंगले बानी।

ओहिजा, एह शिकायतन के बाद चुनाव आयोग मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में आप के 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कइलस। ओहिजा, ममिला में कार्रवाई खातिर गुजरात के मुख्य चुनाव आयुक्त के पूछताछ करे आ वारंट के रूप में कार्रवाई करे खातिर भेजल गइल बा।

साभार: अमर उजाला

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.