सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief Gen Dwivedi) सोमार के एलएसी आ एलओसी से लेके मणिपुर के हालात के बारे में जानकारी देलें। ऊ कहलें कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी के इस्थिति संवेदनशील बा, बाकिर इस्थिर बा। पूर्वी लद्दाख के देपसांग आ डेमचोक में पारंपरिक क्षेत्रन में गश्त सुरू हो गइल बा। ओहिजा, पाकिस्तान के संगे नियंत्रण रेखा पs संघर्ष विराम जारी बा। नई दिल्ली में एगो कार्यक्रम में सेना प्रमुख कहलें कि हमनी के सीमा पs बुनियादी ढांचा के मजबूत करे आ क्षमता विकास के बढ़ावा देला पs ध्यान केंद्रित कs रहल बा
एएलसी के लेके सेना प्रमुख ई कहलें
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी कहलें कि एलएसी पs इस्थिति संवेदनशील बाकिर इस्थिर बा। अक्तूबर में पूर्वी लद्दाख के देपसांग आ डेमचोक में इस्थिति सुलझ गइल बा। एह पारंपरिक क्षेत्रन में गश्त सुरू हो गइल बा। हम सब सह-कमांडरन के जमीनी स्तर पs संवेदनशील मुद्दन के संभारे खातिर कहल गइल बा। ताकि एकरा के सैन्य स्तर पs हल कइल जा सके। एलएसी पs हमार तैनाती संतुलित आ मजबूत बा। हमनी के कवनो इस्थिति से निपटे खातिर अच्छा तरे से तइयार बा। उत्तर सीमा खातिर फोकस क्षमता विकास कार्यक्रम युद्ध लड़े के प्रणाली में तकनीक के सक्षम ककलें।
पिछलका साल मारल गइल 60 फीसदी आतंकवादी पाकिस्तानी: सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के लेके जानकारी देलें। ऊ कहलें कि पिछला साल मारल गइल 60 फीसदी आतंकी पाकिस्तानी मूल के रहलें सs। आज घाटी आ जम्मू क्षेत्र में जवन आतंकी बांचल बा लो, हमनी के लागत बा कि लगभग 80 फीसदी भा ओकरा से जादे पाकिस्तानी मूल के बा। जम्मू-कश्मीर में इस्थिति पूरा तरे नियंत्रण में बा। नियंत्रण रेखा पs डीजीएमओ के बीच सहमति के बाद फरवरी 2021 से प्रभावी संघर्ष विराम जारी बा। हालांकि आतंकी ढांचा बरकरार बा।
आईबी सेक्टर से घुसपैठ के कोसिस जारी बा। हाले में उत्तरी कश्मीर आ डोडा-किश्तवाड़ बेल्ट में आतंकी गतिविधियन में इजाफा भइल बा। जबकि हिंसा के मानदंड नियंत्रण में बा। हमनी के अबकी बेर अमरनाथ यात्रा के दौरान पांच लाख से जादे तीर्थयात्रियन के देखनी सs। संगही शांतिपूर्ण चुनाव होखल एगो सकारात्मक बदलाव के संकेत बा। आतंकवाद से पर्यटन के थीम धीरे-धीरे आकार ले रहल बा।
मणिपुर के हालात पs कइलें बात
सेना प्रमुख ने हिंसा ग्रस्त मणिपुर के इस्थिति पs बात कइलें। ऊ कहलें कि पूर्वोत्तर मेंइ स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहल बा। मणिपुर में सुरक्षा बलन के प्रयासन आ सरकार के पहल से इस्थिति नियंत्रण में आइल बा। हालांकि, हिंसा के कुछ घटना जारी बा। हमनी के एह क्षेत्र में शांति स्थापित करे खातिर काम कs रहल बा। अलग-अलग गैर सरकारी संगठन आ अलग-अलग समुदाय के नेता लोगन से संपर्क कs रहल बा ताकि एक तरे के सामंजस्य स्थापित कइल जा सके।
भारत-म्यांमार सीमा पs निगरानी बढ़ावल गइल बा, ताकि म्यांमार में अभी ले हो रहल अशांति के रोकल जा सके। जहां तक मानवीय सहायता आ आपदा राहत के सवाल बा, 2024 में हमनी के अपना क्यूआरटी आ क्यूआर मेडिकल टीमन के अपग्रेड करे खातिर विशेष रूप से 17 करोड़ रुपिया खर्च कइले बानी सs।
सेना प्रमुख कहलें कि राष्ट्र निर्माण आ राष्ट्रीय सुरक्षा खातिर मास मीडिया आ सुरक्षा बलन में एक संगे आवे के बहुत क्षमता बा। हमनी के मिशन पूर्ण स्पेक्ट्रम तइयारियन के सुनिश्चित कइल आ संगही भारतीय सेना के एगो आत्मनिर्भर भविष्य खातिर तइयार बल में बदलल बा , ताकि उ राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के एगो प्रासंगिक आ प्रमुख स्तंभ बन सके। जवन राष्ट्र निर्माण में सार्थक जोगदान दे सके।
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