चमत्कार! गुजरात के समुन्दर में मिलल शिवलिंग, बनल बा शंख आ शेष नाग के निशान

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गुजरात के भरुच में समुद्र में शिवलिंग मिलल बा। ई शिवलिंग लगभग एक क्विंटल के बा। उल्लेखनीय बा कि जंबूसर तालुका के कावी गांव के कालिदास वाघेला समेत मछुआरा नियमित रूप से मछरी मारे खातिर साबरमती जात रहले। ई लोग मछरी मारत रहे, साथे मछरी मारे के जाल में कुछ भारी चीज फंस गइल आ मछुआरा लोग ओकरा ओर देखल तs एगो तैरत शिवलिंग रहे।

जानकारी के मुताबिक इहाँ के दस मछुआरा समुद्र में मछरी पकड़त रहले। एकरा खातिर जाल फेंकते उनका कुछ खींचतान महसूस भइल। ओह लोग के लागल कि शायद कवनो बड़हन मछरी फंसल बा।जब दू गो नवही मछुआरा ओकरा के जाल से निकाले खातिर उठा लिहले तs ऊ उठ ना पावल, तब बारह से अधिका लोग के बोलावल गइल। बहुत मेहनत के बाद मछुआरा शिवलिंग के समुंदर के किनारे ले अइले। अब एह शिवलिंग के देखे खातिर भरुच में पास के इलाका के लोग जुटल बा। भीड़ के काबू में राखे खातीर पुलिस बल के तैनाती कईल गईल बा।

शिवलिंग पs मिलल शेषनाग आ शंख के निशान

जब लोग शिवलिंग के शुद्ध जल से अभिषेक कईले तs ओमे में शेष नाग, शंख अवुरी मूर्ति देखाई देलस। अनुपम शिवलिंग के देख के शिव के भक्त हर हर महादेव के जयकारा लगवले। ई शिवलिंग स्फटिक पत्थर से बनल कहल जाता।

समुन्दर में कहाँ से आइल शिवलिंग?

मछुआरन के अनुसार ई पौराणिक शिवलिंग हो सकेला। हालांकि अबे ले इs पता नईखे चलल कि इs शिवलिंग केतना पुरान बा। बतावल जा रहल बा कि शिवलिंग के वजन लगभग एक क्विंटल बा। समुद्र के बीच से ई शिवलिंग कहाँ से आइल? ई बात अबहीं ले केहू के नइखे मालूम। एह शिवलिंग के वीडियो लोग के बीच तेजी से वायरल हो रहल बा।

 

 

 

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