US vs Russia: ओपेक+ देशन के तेल उत्पादन में कटौती प भड़कल अमेरिका, लगवलस रूस के लाभ पहुंचावे के आरोप
ओपेक प्लस देशन द्वारा हाल में कहल गइल कि तेल उत्पादन में हर दिन 20 लाख बैरल के कमी करी, जवन कोरोना महामारी के सुरुआत के बाद से सबस बड़ कटौती ह।
सऊदी अरब के निरतेत्व वाला ओपेक + देशन द्वारा तेल उत्पादन में कटौती के घोषणा के बाद अमेरिका बुरा तरे से भड़क गइल आ एकरा के बहुते बड़ गलती बतवलस। अमेरिका कहलस कि एह सब देशन के फसीला एक तरे से रूस के समर्थन ह जवना से भविष्य में मुश्किलन के सामना करे के पड़ सकत बा। बता दीं कि ओपेक प्लस देश हाले में कहलस कि उ तेल उत्पादन में हर दिन 20 लाख बैरल के कमी करी, जवन कोरोना महामारी के शुरुआत के बाद से सबसे बड़ कटौती बा।
तेल कटौती के फसीला अमेरिका के लोग आ दुनिया भर के परिवारन के हितन के खिलाफ: अमेरिका
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे मंगर के संवाददाता लोगन के संबोधित करत कहले कि ओपेक + पिछला हफ्ता जवन निर्णय लेलस, उ रूसियन के पक्ष में रहे आ अमेरिकी लोग आ दुनिया भर के परिवारन के हितन के खिलाफ रहे। हमार मानल रहे कि ई निर्णय कम-आय वाला अर्थव्यवस्था के चोट पहुंचावे आ नुकसान पहुंचावे वाला। एगो सवाल के जवाब में ऊ कहले कि ई गुमराह करे वाला रहे आ ई एगो गलत आउर दूरदर्शी निर्णय रहे।
सऊदी के संगे संबंधन के पुनर्मूल्यांकन करी अमेरिका
तेल उत्पादन के लेके अमेरिका आ सऊदी अरब के संबंधन में दरार आवे लागल बा। व्हाइट हाउस मंगर के कहलस कि तेल उत्पादक देशन के सऊदी निरतेत्व वाला गठबंधन उत्पादन के कम करे खातिर रूस के पक्ष लेले बा। राष्ट्रपति जो बाइडन रियाद के संगे अमेरिकी संबंधन के पुनर्मूल्यांकन करिहें। 13 देसन वाला ओपेक संगठन आ मॉस्को के निरतेत्व वाला ओकर 10 सहयोगी नवंबर से हर दिन दु मिलियन बैरल उत्पादन कम करे के आपन फसीला से व्हाइट हाउस के नाराज क देले बा। आशंका बा कि एह फसीला से तेल के कीमत बढ़ सकत बा।
साभार: अमर उजाला
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