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अंतरिक्ष में पहिला बेर लउकल दु गो तारन के विलय

अंतरिक्ष में पहिला हाली खगोल विज्ञान के जानकार लोग दु गो न्यूट्रॉन तारन के विलय के घटना के साक्षी बनल लो।खगोल विज्ञान में अइसन घटना के किलोनोवा कहल जाला ।एह घटना के दउरान चमकीला पदार्थ के तेजी बड़ होखत आग के गोला बनेला। यूरोपियन सदर्न ऑब्जरवेट्री के चिली स्थित बड़हन गो टेलिस्कोप के मदद से अध्ययन कईल गइल ।

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अंतरिक्ष में पहिला हाली खगोल विज्ञान के जानकार लोग दु गो न्यूट्रॉन तारन के विलय के घटना के साक्षी बनल लो।खगोल विज्ञान में अइसन घटना के किलोनोवा कहल जाला ।एह घटना के दउरान चमकीला पदार्थ के तेजी बड़ होखत आग के गोला बनेला। यूरोपियन सदर्न ऑब्जरवेट्री के चिली स्थित बड़हन गो टेलिस्कोप के मदद से अध्ययन कईल गइल । 

खगोल विज्ञान के लगातार खोज आ ओकरा पs अध्ययन के चलते विज्ञान बहुते हद तक एकर रहस्यमयी दुनिया के बारे में लोगन तक जानकारी पहुंचा रहल बा।ताजा घटना में खगोल विज्ञान के जानकारी रखे वाला लोगन के सोझा पहिला बेर एगो अचरज भरल घटना भईल बा। पहिला बेर कवनो दु गो  विशालकाय तारा के आपस में विलय भईल बा।खगोल विज्ञान के अनुसार एह घटना के “किलोनोवा”कहल जाला। ई खगोलीय घटना धरती से 15 करोड़ प्रकाश वर्ष के दूरी पs घटल। 2017 में अंतरिक्ष में लउकल नजारा के अध्ययन खगोलविद तबे से करत रहले। बरिस 2013 में वैज्ञानिक लोगन के टीम किलोनोवा जईसन घटना के होखला के पुष्टि कईले रहे।

अरबों साल से एक दोसरा के चक्कर लगावत रहले

ई खगोलीय घटना धरती से 15 करोड़ प्रकाश बरिस के दूरी पs मवजूद  एनजीसी 4993 नाव के ग्लैक्सी में भ्ईल। एहिजा एगो तेज रफ्तार में एक दोसरा से टकरइला आ धमाका होखे से पहिले ई तारा एक दोसरा के अरबों साल से एक-दोसरा के परिक्रमा करत रहले सs।

 

पहिला बेर 1974 में एकर परिकल्पना सोझा आइल रहे

ब्रह्मांड में किलोनोवा धमाका होला, ई बात 1974 में सोझा आइल रहे। एकर पुष्टि 2013 में भईल रहे।एह दउरान ई बात एकदम पुखता हो गईल रहे कि अइसन धमाका होला, बाकिर ई धमाका कईसन होला , कईसन लउकेला, ई पाता ना रहे। फेरू आइल बरिस 2017 जवना में खगोलविद लोग के अईसन धमाका लउकल आ एह बात पs बहुत लमहर समय ले शोध चलल।अब जर्नल नेचर में एह शोध के रिपोर्ट छपल बा।

ब्लैक होल (कृष्ण छिद्र) बने से ठीक पहिले भईल धमाका

खगोलविद लोग के मोताबिक ई धमाका दूनो न्यूट्रॉन तारन के सिकुरा के ब्लैक होल बने के घटना से ठीक पहिले भईल । एकर घनत्व एटॉमिक न्यूक्लियस से बेसी,अरबों डिग्री तापमान आ अतना बलशाली चुंबकीय क्षेत्र की अणुअनो के आकार बदल देऊ।

 

परमाणु धमाकन से बेसी बलशाली रहे ई धमाका।

कॉस्मिक डॉन सेंटर में एस्ट्रोफिजिस्ट आ शोध के सह-लेखक डराख वाटसन बतावत बाड़े कि ई घटना परमाणु धमाकन से बहुत ज्यादा ताकतवर बा। हो सकत बा कि एह से जुरल आधारभूत भौतिक विज्ञान होखे , जवना के जानकारी हमनी के ना होखे।

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