अष्टमी के खास धार्मिक महत्व बा। मानल जाला कि अष्टमी के दिन माँ दुर्गा के पूजा कइला से जीवन में सुख आ समृद्धि मिलेला। पंचांग के अनुसार हर महीना शुक्ल पक्ष के अष्टमी तिथि के मासिक दुर्गाष्टमी व्रत मनावल जाला। मान्यता के मुताबिक दुर्गाष्टमी के पूजा कईला से माई दुर्गा प्रसन्न हो जाली अवुरी भक्त के सभ परेशानी दूर कs देली। इहाँ जानीं कि एह साल कवना दिन मासिक दुर्गाष्टमी बा आ व्रत के बाद पूजा कईसे होई।
मासिक दुर्गा अष्टमी कब हs?
पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद महीना के शुक्ल पक्ष के तारीख एs साल 10 सितंबर मंगल के रात 11:11 बजे से शुरू होई अवुरी इs तारीख 11 सितंबर के रात 11:46 बजे खतम होई। अइसन स्थिति में उदय तिथि के अनुसार मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत 11 सितंबर के ही मनावल जाई। एह दिन माँ दुर्गा खातिर व्रत रख के पूरा श्रद्धा से पूजा कइल जा सकेला।
मासिक दुर्गा अष्टमी पूजा विधि
मासिक दुर्गाष्टमी के पूजा करे खातिर सबेरे सबेरे उठ के नहा के उपवास करे के संकल्प लिहल जाला। एकरा बाद मंदिर के सफाई हो जाला आ चौकी पs माँ दुर्गा के मूर्ति के सजावल जाला। माई के पंचमृत आ गंगा जल से अभिषेक कइल जाला। अब चंदन, सिंदूर आ लाल फूल आदि माई के चढ़ावल जाला आ श्रृंगार के सामान राखल जाला। घी के दीप जरा के आरती (दुर्गा आरती) कइल जाला आ भोग चढ़ावे के बाद पूजा पूरा हो जाला।