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आमलकी एकादशी 2023 : फाल्गुन माह के आमलकी एकादशी के व्रत आज, जानि शुभ समय, पूजा विधि अउरी उपाय

आमलकी एकादशी 2023 पूजा मुहूर्त : फाल्गुन एकादशी शुरू हो गईल बा, आमलकी एकादशी कब व्रत बा? इहाँ एकर शुभ समय अउरी आज से जुड़ल सभ खास बात देखीं |

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आमलकी एकादशी 2023 : फाल्गुन माह के आमलकी एकादशी के व्रत आज, जानि शुभ समय, पूजा विधि अउरी उपाय

आमलकी एकादशी 2023 पूजा मुहूर्त : फाल्गुन एकादशी शुरू हो गईल बा, आमलकी एकादशी कब व्रत बा? इहाँ एकर शुभ समय अउरी आज से जुड़ल सभ खास बात देखीं |

 

एकादशी के व्रत सब व्रत में कठिन आ सबसे श्रेष्ठ

पौराणिक मान्यता के अनुसार एकादशी के व्रत सभ व्रत में सबसे बढ़िया मानल जाला। महाभारत के समय भगवान श्रीकृष्ण खुद धर्मराज युधिष्ठिर आ अर्जुन के एह व्रत के महत्व के बारे में बतवले रहले। एकादशी के व्रत सूर्योदय के बाद शुरू होला आ ई द्वादशी तिथि के मनावल जाला आजु अमलाकी एकादशी ह, पंचांग के अनुसार एकादशी के तिथि आजु सबेरे 9.14 बजे समाप्त हो रहल बा।

आमलकी एकादशी व्रत आज उदय तिथि के अनुसार

फाल्गुन महीना में आवे वाली दूसरा एकादशी के आमलकी एकादशी के नाम से भी जानल जाला। उदयतिथी के अनुसार अबकी बेर अमलाकी एकादशी के व्रत 3 मार्च यानी आजु के दिने मनावल जाई। भगवान विष्णु के पूजा खातिर एकादशी तिथि सबसे बढ़िया बा।

 

आमलकी एकादशी आ रंगभरी एकादशी, एह दिन ई काम करीं

आमलकी एकादशी के रंगभारी एकादशी के नाम से भी जानल जाला। एह दिन भोलनाथ आ पार्वती माता के गुलाल रंग चढ़ावे के चाहीं। अयीसन कईला से वैवाहिक जीवन में चलत समस्या दूर हो जाला, अवुरी परिवार में सुख अवुरी समृद्धि आवेला।

 आमलकी एकादशी पर पिला रंग के चीज दान करीं

आमलकी एकादशी के दिन पीयर चीज दान करे के चाहीं, एह दिन केला, केसर आ हल्दी दान कइल सबसे बढ़िया मानल जाला। एकरा संगे आंवला के दान भी होखे के चाही। एह चीजन के दान से सद्गुणी परिणाम मिलेला।

 

आमलकी एकादशी के एह सब चीजन के दान से राउर भाग्य चमकी

एकादशी के तिथि शुरू होते ही एकादशी के व्रत शुरू हो जाला, एह दिन भगवान विष्णु के पूजा कईला से गुण मिलेला। एह दिन उपवास करे वाला आ पीयर चीज दान करे वाला लोग के धन-धान्य मिले के साथे-साथे भगवान श्री हरि विष्णु के आशीर्वाद भी मिलेला।

एकादशी तिथि आजु 3 मार्च आमलकी एकादशी से शुरू बा

आमलकी एकादशी तिथि आज 2 मार्च 2023 के सबेरे 6.28 बजे से शुरू हो गईल बा, जवन 4 मार्च के सबेरे 9.09 बजे तक चलत रही। आमलकी एकादशी के व्रत 3 मार्च यानी काल्ह मनावल जाई। उदयतिथी के मुताबिक अबकी बेर व्रत 3 मार्च के होई। एह दिन व्रत रखल आ भगवान विष्णु के पूजा कइल सबसे बढ़िया मानल जाला।

आमलकी एकादशी 2023 पूजा मुहूर्त : आमलकी एकादशी फाल्गुन महीना में आवे वाली दूसरी एकादशी ह। ई एकादशी 2 मार्च 2023 के सबेरे 6.39 से शुरू भइल बा, एकर तिथि 3 मार्च 2023 के सबेरे 9.12 बजे खतम होखी (आमलकी एकादशी 2023), हालांकि एह एकादशी के व्रत 3 मार्च के कइल जाई।

 

उदयतिथी के मुताबिक अबकी बेर व्रत 3 मार्च के होई। होली से पहिले आमलकी एकादशी के खास महत्व बा काहे कि एह दिन भगवान विष्णु के पूजा आ शंकर-पार्वती के साथे होली खेले के परंपरा बा। एही से एकरा के रंगभारी एकादशी के नाम से भी जानल जाला।

आमलकी एकादशी व्रत पारण समय – सुबह 06.48 – सुबह 09.09 (4 मार्च 2023)

आईं बताईं कि आमलकी एकादशी के व्रत 3 मार्च के मनावल जाई। एह दिन पूरा भक्ति से भगवान विष्णु के पूजा करीं आ व्रत करीं। आमलकी एकादशी व्रत के प्रभाव से साधक के जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिलला के बाद विष्णु लोक के प्राप्ति होला। एह व्रत के पालन कइला से अपार फायदा होला|

आंवला के आयुर्वेद में महत्व (Ayurvedic importance of amla)

धार्मिक दृष्टिकोण से ई उपयोगी आ पूजनीय बा, ओतने औषधीय गुण भी एह में पावल जाला। आयुर्वेद में आंवला के सबसे स्वस्थ मानल जाला। एकरा के अमृत नियर मानल जाला। आयुर्वेद के अनुसार आम्ला एगो अइसन फल ह जवन जीवन के लंबा करेला। रोज एकर उचित मात्रा में सेवन करे वाला लोग से बेमारी बहुत दूर रहेला। आम्ला त्वचा अउरी आंख के समस्या के रामबाण दवाई ह। इ शरीर के प्रतिरक्षा बढ़ावे के काम करेले।

आमलकी एकादशी में ई उपाय करीं, सफलता मिली 

• एह दिन आम्ला के पेड़ आ ओकर फल के छू के प्रणाम करे के चाहीं।

• जीवन साथी के इच्छा पूरा करे खातिर भारतीय गूज के पेड़ के तना पे सात बेर कपास के धागा लपेटे के चाही, संगही पेड़ के लगे घी के दीया जरा देवे के चाही।

• सुस्वास्थ्य खातिर आप आम्ला के पूजा कर के आम्ला के फल दान करे के चाहीं।

• ऑफिस में अपना खिलाफ ना होखे के चक्कर में आंवला के पेड़ के पानी चढ़ावे के चाही अउरी आंवला के जड़ से तनी माटी से माथे पे तिलक लगावे के चाही।

 

 

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