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अग्निवीर जवान के पार्थिव देह आज पहुंची पैतृक गांव: ड्यूटी के दौरान गोली लगला से भइल मौत, सम्मान में पूरा दोन बाजार रही बंद

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सीवान के दोन (द्रोण) के रहे वाला अग्निवीर जवान प्रदीप यादव (21) के पार्थिव देह सुक माने आज सबेरे साढ़े 9 बजे तक पैतृक गांव पहुंच रहल बा। प्रदीप के दरवाजा पs स्थानीय ग्रामीणन के भारी संख्या में अभिये से भीड़ उमड़े लागल बा। पार्थिव देह के घरे पहुंचला के सब केहू के इंतजार बा।

जम्मू कश्मीर के अखनूर के टांडा इलाका में मंगर के सांझ एक यूनिट अपना ड्यूटी पs तैनात रहस। सीवान के दोन के रहे वाला शंभू यादव के पुत्र प्रदीप कुमार यादव ड्यूटी पs रहस।

तबे अचानक गोली चले के आवाज सुनाई देलस। आउर साथी प्रदीप के पास पहुंचल लो तs देखल लो प्रदीप घायल होके गिरल बा। आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती करावल गइल जहां डॉक्टर लो मृत घोषित कs दिहल।

कवनो अधिकारिक बयान ना आइल 

प्रदीप यादव टांडा क्षेत्र के 24 फील्ड रेजीमेंट के सेंट्री पोस्ट पs तैनात रहस। हालांकि अग्निवीर जवान के गोली लगला से मौत ममिला में अभी तक सेना के तरफ से कवनो आधिकारिक बयान सामने नइखे आइल। प्रदीप के चाचा मूरत यादव कहलें कि उनका के एगो अधिकारी फोन कइलें राउर बेटा शहीद हो गइल बा। कइसे शहीद भइला पs बतावल गइल कि आतंकवादी मुठभेड़ में ऊ शहीद भइल बाड़ें।

माई-बाबूजी के पता ना रहे

हालांकि एह घटना के बाद माई आ बाबूजी के कवनो सदमा ना लागे, एहिसे परिजनन माता आ पिता के मृत्यु के जानकारी न दिहल जाई। माता देवांति देवी आ पिता शंभू यादव के इहे जानकारी रहे कि गोड़ में गोली लागल बा। कुछ दिन में ठीक हो जाई। सुक के सबेरही से जब उनका दरवाजा पs लोगन के भीड़ बढ़े लगले तs मां समझ गइली कि कुछ गड़बड़ बा आ रोवे लागल। अब माई आ बाबूजी के जानकारी मिल चुकल बा कि प्रदीप के मृत्यु हो गइल बा। स्थानीय ग्रामीण के कहनाम बा कि उनका धरती के लाल देस खातिर शहीद भइल बा। ओह  लोगन के प्रदीप के ऊपर गरब बा। प्रदीप के सम्मान में आज पूरा दोन बाजार बंद रही।

2022 में अग्निवीर ज्वाइन कइले रहस 

प्रदीप के उमिर 21 साल रहे। वर्ष 2022 में फरवरी के महीना में प्रदीप अग्निवीर के ज्वाइन कइले रहस। बता दीं कि प्रदीप जब पहिला बेर अग्निवीर में भर्ती होखला के बाद वापस गांव लवटले तs ढोल बाजा के संगे उनकर ग्रामीण लोग स्वागत कइले रहे लो। फूल माला पहिना के सम्मानपूर्वक ड्रोन से ढोल नगाड़न  के संगे दरवाजा तक ले आवल गइल रहे। जहां पs मां चंदन तिलक लगाके ओकर स्वागत कइल गइल रहे। ग्रामीणन के कहनाम बा कि हमनी खातिर गरब के बात बा कि हमनी के धरती के कवनो जवान देस खातिर शहीद भइल रहे। पार्थिव देह घर पहुंचला के बाद दरौली सरयू नदी घाट पs उनकर अंतिम संस्कार कइल जाई।

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