बाल के सफेद होखले से रोके खातिर करीं ई योगासन, मिली घन अउरी करिया बाल

कुमार आशू

उम्र से पहिले बाल उज्जर होखले के समस्या आम हो गइल बा। कम उम्र के लइका-लइकी के बाल अब जल्दी उज्जर हो जाला। करिया अउर घन बाल हर केहू के पसंद होला। शरीर के सुंदरता के बढ़ावे के काम भी बाल करला। लेकिन अब प्रदूषण, पोषक तत्वन के कमी, खराब जीवनशैली अउर तनाव के कारण समय से पहिलही बाल उज्जर होखे लागला। हालांकि लोग उज्जर बाल के समस्या से छुटकारा पावे खातिर तरह तरह के उपाय तलाशला। कई लोग हीना चाहे डाई करला, त कुछ लोग केमिकल युक्त शैंपू अउरी तेल के इस्तेमाल करsला। महंग हेयर केयर प्रोडक्ट के इस्तेमाल भी उज्जर बाल के समस्या से राहत नाइ दिया पावेले। अईसे में उज्जर बाल लोग खातिर डिप्रेशन के कारण भी बन जाला। अगर रऊओ बाल उज्जर हो रहल बा त महंग प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल कइले के बजाए योगासन क सकsला। योग बाल के हर तरह समस्या से छुटकारा दिया सकला।

उष्ट्रासन

उष्ट्रासन

बाल अगर उज्जर होखे लागे त एसे छुटकारा पावे खातिर उष्ट्रासन कर सकल जाला। एह योगासन के करे खातिर घुटना के बल बइठ जाई। दूनों घुटना के बीच कम से कम 6 इंच के दूरी रखीं। अब दूनों हाथ के पीछे एड़ी की ओर ले जाई। फिर दाएं हाथ के टखने के बाएं हाथ के टखने से छुईं। अपना टांगों को सीधा रखत पेट आगे के ओर निकालें। एह अवस्था में कुछ देर रहले के बाद सामान्य स्थिति में आ जाईं।
हलासन

हलासन

करिया, घन अउर सेहतमंद बाल खातिर नियमित हलासन के अभ्यास कs सकsला। एह आसन के करे खातिर जमीन पर लेट जाईं अउर पैर के ऊपर के ओर उठावत धीरे-धीरे पीछे ले जाईं। अपने पैर के पीछे जमीन पर लगवले के कोशिश करीं। कुछ देर एही अवस्था में रहले के बाद साधारण स्थिति में आ जाईं।

त्रिकोणासन

त्रिकोणासन

बाल उज्जर होखले से रोकले खातिर त्रिकोणासन कइल जा सकsला। एह आसन के कइले खातिर दूनों पैर के कुछ दूरी पर रख के ठाढ़ हो जाईं। अब हाथ अउर कंधा के एक सीध में रखत ऊपर उठाईं। दाहिनी ओर झुकत दाहिने हाथ से पैर के छुईं। एह दौरान बाएं हाथ के आसमान में रखत  छत के ओर उठाईं। ई प्रक्रिया दूसरका ओर से दोहराईं।

भुजंगासन

भुजंगासन

अगर उम्र से पहिले राउर बाल उज्जर हो रहल बा, साथ ही बाल झड़ले के समस्या से परेशान बानीं त भुजंगासन कर सsकला। एह आसन के कइले खातिर पेट के बल लेट के पैर के आपस में मिला लेईं। हथेली के सीना के पास कंधा के सीध में रखीं। माथा के जमीन पर रख के शरीर के सहज करीं। अब गहिराह सांस लेत शरीर के आगे के हिस्से के ऊपर उठाईं। दूनों हाथ के सीधा करत एही मुद्रा में कुछ सेकंड रखीं। बाद में सांस छोड़त वापस सामान्य मुद्रा में लौट आईं।

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नोट: ई लेख योगगुरु के सुझाव के आधार पर तैयार कइल गइल बा। आसन के सही स्थिति के बारे में जाने खातिर कौनों विशेषज्ञ से संपर्क कइल जा सकेला।

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