WhatsApp के ई 3 दमदार फीचर्स चुपके से रखी प्राइवेसी के धेयान, Meta जारी कइलस लिस्ट

Anurag Ranjan

WhatsApp: इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफार्म वॉट्सएप अपना यूजर्स के प्राइवेसी आ सिक्योरिटी के लेके हमेशा काम करत रहेला। एप अक्सर यूजर्स के भरोसा दियावेला कि ऊ लोग ओकरा प्लेटफार्म पs सुरक्षित बा। एकरा खातिर एप कइयन फीचर्स लेकर आवेला। जइसे कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन, 2FA आ ग्रुप प्राइवेसी कंट्रोल।अब एक बेर फेर से मेटा अपना मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सएप खातिर कइयन गो नया सिक्योरिटी फीचर्स के अनाउंसमेंट कइले बा। कंपनी तीन गो नया सुरक्षा फीचर पेश करे के एगो लिस्ट जारी कइले बा।

जहां तक फीचर्स के रोलआउट होखे के सवाल बा, एह पर वॉट्सएप के कहनाम बा कि आवे वाला महीनन में ई फीचर्स सब यूजर्स खातिर रोलआउट होई। आईं एह सब फीचर्स के डिटेल जानल जाव…

अकाउंट प्रोटेक्ट

अभी ले, जदि कवनो यूजर एगो डिवाइस से दूसरा डिवाइस पs स्विच करत बा तs कवनो जांच ना होला। जांच ना होखला के वजह से, शायद एह लूप के हैकर्स हैकिंग खातिर इस्तेमाल कs सकत बाड़े सs। एह वजह से, अब वॉट्सएप यूजर्स खातिर अपना अकाउंट के नया डिवाइस में स्विच करे के सुरक्षित बना रहल बा। कंपनी के कहनाम बा कि अब से कंपनी एडिशनल सुरक्षा जांच के तौर पs यूजर्स से उनका पुरान डिवाइस पs उनकर पहचान वेरिफाई करे खातिर कह सकत बा। एह बारे में बतावत कंपनी एगो ब्लॉग पोस्ट में कहलस कि नया अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर राउर अकाउंट के कवनो आउर डिवाइस पs ले गइला के अनधिकृत कोसिस के बारे में रउआ के सूचित करे में मदद करी।

डिवाइस वेरिफिकेशन

मोबाइल डिवाइस मैलवेयर आज लोगन के प्राइवेसी आ सिक्योरिटी खातिर सबसे बड़ खतरा बा काहेकि ई यूजर्स के अनुमति के बिना उनकर फोन के एक्सेस कs लेत बानी। मैलवेयर के जरिए हैकर्स अनचाहा मैसेज भेजे खातिर यूजर्स के वॉट्सएप के इस्तेमाल कs सकत बानी। एकरा के रोके खातिर, वॉट्सएप रउआ कवनो सहायता के जरूरत पड़ले बिना राउर अकाउंट के वेरिफाई करे खातिर चेक जोड़ले बा।

ऑटोमैटिक सिक्योरिटी कोड

वॉट्सएप सुरक्षा कोड वेरिफिकेशन फीचर ई सुनिश्चित करे में मदद करत बा कि रउआ सिक्योर चैट कs रहल बानी। रउआ कॉन्टैक्ट इन्फो के तहत एन्क्रिप्शन टैब पs जाके मैन्युअल रूप से एकर जांच कs सकत बा। एह प्रोसेस के सब खातिर आसान बनावे खातिर, वाट्सएप “के ट्रांसपेरेंसी” नाम के एगो प्रोसेस के आधार पs एगो सिक्योरिटी फीचर ले आइल बा, जवन रउआ के ऑटोमैटिक रूप से ई वेरिफाई करे के अनुमति देत बा कि एगो सुरक्षित कनेक्शन बा। कंपनी लिखलस, ” एकर मतलब ई बा कि जब रउआ एन्क्रिप्शन टैब पs क्लिक करत बनी, तs रउआ तुरंत वेरिफाई कs पाएम कि राउर निजी बातचीत सुरक्षित बा।”

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सिविल इंजीनियर, भोजपुरिया, लेखक, ब्लॉगर आ कमेंटेटर। खेल के दुनिया से खास लगाव। परिचे- एगो निठाह समर्पित भोजपुरिया, जवन भोजपुरी के विकास ला लगातार प्रयासरत बा। खबर भोजपुरी के एह पोर्टल पs हमार कुछ खास लेख आ रचना रउआ सभे के पढ़े के मिली। रउआ सभे हमरा के आपन सुझाव [email protected] पs मेल करीं।