बरहज (देवरिया)/ अखिलेश कुमार सिंह। बरहज के गहिला में हो रहल रामलीला के संयोजक राजेंद्र सिंह, विषेश सहजोगी विजय बहादुर सिंह, अध्यक्ष राकेश यादव, उपाध्यक्ष सूरज यादव आ संचालक शैलेश कुमार, रामसमुज यादव रहल लो। मुख्य अतिथि आदर्श कल्याण सेवा समिति के महामंत्री शशांक यादव ऊर्फ लालबाबू आ विशिष्ठ अतिथि रामायन कुशवाहा रहल लो।
रामलीला के 6वां दिन रावण शूर्पनखा ले पूछत बा के तहार नाक कटले बा। ऊ बतावात बिया कि अयोध्या के राजा दशरथ के लईका लो। ओह लोगन के संगे एहो सुंदर स्त्रियों बिया। Oh लोग के छोटे भाई के हम जइसही राउर नाम लेनी, ऊ नाक कान काट डललस। बहन के नाक कान कटला के बदला लेवे खातिर रावण सीता माता के हरण करे के योजना बनवलस।
मामा मारीच ले सोना के मृग बना पंचवटी पs भेजलस। सोना के मृग राम लखन को छललस। ओने भिक्षु के रूप धर रावण सीता के हरण कs लेलस। दुनो भाई जंगल में एने-ओने भटकत बा लो। रास्ता में ओह लोगन के घायल जटायु मिलत बा जवन ओह लोगन के बतावत बा कि रावण सीता हरण कs के ले गइल बा।
आगे ओह लोगन के शबरी मिलत बिया जवन भगवान के आपन जूठ बेर खिलावत बिया। सबरी कहत बिया कि श्रीराम रउआ ऋषिमुख पर्वत पs जाई उहां महाराज सुग्रीव रहे ले, जे सीता के पता लगावे में राउर मदद करी लो। हनुमान राम आ सुग्रीव के मित्रता करावत बाड़ेंं।
आदर्श गहिला कल्याण सेवा समिति के वरिष्ठ सदस्य आ शिक्षक हंशनाथ यादव कहलें कि आज के नवहा पीढ़ी के राम के आदर्शन पs चले खाती प्रेरित करे के जरूरत बा। भाई से भाई के बैर खत्म करे खातिर राम भरत के त्याग के आज के नवहा के रामायण के पात्र से समझावल जा सकत बा। एह रामलीला खातिर राजेंद्र सिंह, राकेश, रामसमुज, शैलेश सहित सब सदस्यन के बधाई देलें।
मुख्य अतिथि शशांक यादव कहलें कि श्रीराम के व्यक्तित्व मर्यादा आ अनुशासन से भरल रहे। ऊ मर्यादा में रहके आपन जिनगी के हर जिम्मेदारी के अच्छा से पूरा कइलें। उनका जिनगी से हमनी के सीखे के चाहीं कि मर्यादा आ अनुशासन में रहके हमनी के एगो निमन इंसान बन सकत बानी सs।
एह अवसर पर धनंजय यादव, जयनारायन यादव, अध्यक्ष संतोष यादव, कोषाध्यक्ष रामविजय सिंह, हंशनाथ यादव, रामवीर यादव, शेषमणि, जयपति, अमला प्रसाद, जिला पंचायत सदस्य अरविंद कुमार, राहुल यादव, विजय बहादुर, उमा प्रसाद मिश्रा, संतोष कुशवाहा, बबून, शत्रुधन कुशवाहा, दीपक सिंह धोनी, विजय प्रकाश आदि लोग उपस्थित रहल।