महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार बुधवार के कहले कि उ अगिला महीना ब्रिटेन के दौरा करीहे अवुरी 17वीं सदी में छत्रपति शिवाजी महाराज के इस्तेमाल कईल तलवार अवुरी बाघ नखा वापस ले आवे के कोशिश करीहे।
महाराष्ट्र के संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार बुधवार के कहले कि उ अगिला महीना ब्रिटेन के दौरा करीहे अवुरी 17वीं सदी में छत्रपति शिवाजी महाराज के इस्तेमाल कईल तलवार बाघ नखा के वापस पावे के कोशिश करीहे। मुनगंटीवार अगिला महीना एह मामिला में ब्रिटेन के दौरा करीहें। मुनगंटीवार कहले कि उ जून में ब्रिटेन के दौरा करीहे अवुरी एमओयू के अंतिम रूप देवे अवुरी आगे के कार्रवाई के फैसला करे खातीर मामला के आगे बढ़ावे के कोशिश करीहे।
ब्रिटेन के उप उच्चायुक्त से चर्चा भइल
मंत्री मुंगन्तिवार कहले कि, जगदम्बा के तलवार अवुरी बाघ पंजा के इहाँ ले आवे के संबंध में पहिले ब्रिटेन के उप उच्चायुक्त से बातचीत भईल रहे। हमनी के ए संबंध में एगो एमओयू भी हस्ताक्षर कर रहल बानी जा, “मंत्री कहले कि, हमनी के छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350वां सालगिरह मनावत बानी जा। एह साल दू जून से शुरू होके राज्य भर में 100 से अधिका आयोजन कइल जाई. एह आयोजनन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शिवाजी महाराज के वंशज आ अउरी लोग के बोलावल जाई।
‘‘बाघ नखा’’ हथियार का ह
‘‘बाघ नखा’’ अइसन हथियार ह जवन अंगुरी के घुटना में ठीक-ठीक फिट के हिसाब से बनावल जाला। एकरा में चार-पांच लोहा के नाखून बाघ के नाखून निहन तेज होखेला। शिवाजी महाराज एह हथियार के इस्तेमाल बीजापुर सल्तनत के आदिल शाही वंश के सेनापति अफजल खान के मारे में कइले।