सदानीरा महोत्सव: संस्कृति के रक्षा ला मानवीय संवेदना बचावल जरूरी बा…
कवि सम्मेलन, परिचर्चा , कथा वाचन आ किताबन के विमोचन भइल...
करवतही बाजार/गोपालगंज (अनुराग रंजन): सनीचर के गोपालगंज के करवतही बाजार में देस के अलग अलग कोना के साहित्यकार आ साहित्यप्रेमी लोगन के सदानीरा उत्सव-2022 में जुटान भइल। संस्कार भारती के तत्वाधन में आयोजित एह कार्यक्रम में सबसे पहिले दिया जरावल गइल। ओकरा बाद साहित्य अकादमी समेत देस के कइयन गो बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य प्रो॰ अरुण जी अपना संबोधन में कहनी कि हमनी के अपना संस्कृति के रक्षा खातिर सबसे पहिले मानवीय संवेदना के बचावल जरूरी बा। साहित्य संवेदना के धरातल पs फले-फुले ला। सदानीरा उत्सव में निवर्तमान विधान पार्षद आदित्यनारायण पाण्डेय, पूर्व विधायक मिथलेश तिवारी, पूर्व प्रमुख रविप्रकाश मणि त्रिपाठी, संस्कार भारती के संगठन मंत्री वेद प्रकाश, अनिल कुमार मिश्र आ जिला पार्षद ओमप्रकाश सिंह सहित कइयन गो लेखक, कवि आ साहित्यप्रेमी लो सामिल भइल।
कार्यक्रम में सदानीरा उत्सव के स्मारिका, श्री कृपशंकर मिश्र खलनायक जी के किताब मधुबाला के विमोचन भइल। “नया रचनाकर लोगन के सोझा चुनौती” आ “हिन्दू इकोसिस्टम के बहाने बदलत तस्वीर” विसे पs गंभीर परिचर्चा भइल।
कार्यक्रम में भोजपुरी भाषा के साहित्य खातिर समर्पित संस्था “यायावरी वाया भोजपुरी” के श्री सुधीर कुमार मिश्र जी श्री सर्वेश तिवारी श्रीमुख जी के लिखल कहानी ‘अंतिम प्राथना’ के वाचन कइनी आ भोजपुरी के लेके यायवारी वाया भोजपुरी के जररत का बारे में बोलत कहनी कि यायावरी वाया भोजपुरी के कोसिस साहित्य के क्षेत्र में भोजपुरी के साफ आ सुनर छवि लउकावे के बा।
कवि सम्मेलन के सत्र के संचालन श्री संजय मिश्र संजय जी कइनी। कवि समेलन में श्री आलोक पाण्डेय, श्री संगीत सुभाष, श्री सुशांत कुमार शर्मा, शिवा त्रिपाठी सरसा जी समेत आउर कवि लो आपन प्रस्तुति से समा बांह दिहल लो।
उत्सव के संचालन श्री जलज कुमार अनुपम जी आ सम्मान सत्र के संचालन उत्सव के शिल्पकार श्री सर्वेश त्तिवारी जी कइनी।
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