आयुष कॉलेज में दाखिला में हेराफेरी : आयुर्वेद विभाग के दू कर्मचारी सस्पेंड, अन्य कर्मचारियन पर लटकल तलवार
आयुष कॉलेज में दाखिला में हेराफेरी मामिला में आयुर्वेद विभाग के दू कर्मचारियन के निलंबित कs दिहल गइल बा। एह दूनों के चार दिन पहिले एसटीएफ गिरफ्तार कs के जेल भेज दिहले रहे। अब एह दूनो लोग के खिलाफ हेराफेरी मामिला में विभागीय जांच भी होई। अब इनके संपर्क वाले अन्य कर्मचारियन पर भी कार्रवाई के तलवार लटक रहल बा।
गौरतलब बा कि मामिला में शासन तत्कालीन निदेशक प्रो एसएन सिंह अउर प्रभारी अधिकारी डॉ. उमाकांत यादव के निलंबित कइल गइल बा। इनसे भइल पूछताछ के बाद एसटीएफ एह दूनों के ही विभाग के लिपिक राजेश सिंह अउर कैलाश भास्कर के भी गिरफ्तार कs के जेल भेज दिहल गइल बा। नियमानुसार एह दूनो लोग के निलंबन 24 घंटा के अंदर हो जाए के रहल लेकिन विभागीय अफसर चार दिन ले मामिला के लटकावल रखलें। आखिरकार मंगर के दूनों कर्मचारियन के निलंबित कs के इन के भूमिका के विभागीय जांच खातिर कमेटी बना दिहल गइल बा।
सूत्रन के कहनाम बा कि एह दुनों कर्मचारियन के निलंबन के बाद विभाग के अन्य कर्मचारियन पर भी तलवार लटक रहल बा। इनकर भूमिका के भी जांच चल रहल बा। आशंका बा कि एसटीएफ के जांच रिपोर्ट के बाद डिस्पैच कार्यालय के दू कर्मचारियन अउर अकाउंट शाखा के एगो अन्य कर्मचारी पर गाज गिर सकsता। ई तीनों भी निदेशक के खास लोग में शामिल रहल। दस्तावेज के हेरफेर में इनकर भूमिका बतावल जा रहल बा।
यूनानी अउर होम्योपैथिक अधिकारियन के खिलाफ जांच भइल शुरू
एह मामिला में शासन यूनानी निदेशालय के प्रभारी अधिकारी डॉ. मोहम्मद वसीम अउर होम्योपैथिक निदेशालय के कार्यवाहक संयुक्त निदेशक शिक्षा प्रो. विजय पुष्कर के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करे के निर्देश दिहले रहनें। आयुर्वेद के तत्कालीन निदेशक प्रो एसएन सिंह और प्रभारी अधिकारी डॉ. उमाकांत यादव के जेल गइले के बाद एह दूनों विभागन के अधिकारियन के खिलाफ भी विभागीय जांच पड़ताल शुरू कs दीहल गइल बा।
एकरे खातिर तीनों विभाग के निदेशकन से रिपोर्ट मांगल गइल बा। तीनों विभाग के निदेशकन के संयुक्त कमेटी एह दुनों के भूमिका के जांच करिहें। फिर अपने रिपोर्ट शासन के भेजिहें। तीनों निदेशक लोग विभागीय दस्तावेज के पड़ताल कइले के संगही दूनों प्रभारी अधिकारियन से उनकर पक्ष जनिहें। इनके खातिर दूनों लोग के नोटिस भी जारी कइल गइल बा।
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