कुतुब मीनार केस में जज साहब कहले – 800 साल से देवता बिना पूजा के बाड़े त अगहूँ रहे देहल जाय

कुमार आशू

कुतुब मीनार सुनवाई : दिल्ली के साकेत कोर्ट में कुतुब मीनार केस के सुनवाई चल रहल बा। इहाँ ASI अपना तर्क में कहले बा कि कुतुब मीनार में धार्मिक गतिविधि ना हो सके काहे कि ई एगो स्मारक ह. दोसरा तरफ हिन्दू पक्ष का तरफ से हरिशंकर जैन कहले कि उनुका लगे एह बात के मजबूत सबूत बा कि 27 गो मंदिर तूड़ला का बाद एहिजा कुव्वात उल इस्लाम मस्जिद बन गइल बा एहसे ओह लोग के ओहिजा पूजा करे के इजाजत दिहल जाव.

कोर्ट इहो कहलस कि पछिला 800 साल से जदी देवता बिना पूजा के उहाँ रहत बाड़े त ओ लोग के अयीसन रहे के अनुमति दिहल जा सकता।
सुनवाई के दौरान जज हिन्दू पक्ष से पूछले कि का आप चाहतानी कि स्मारक के पूजा स्थल बनावल जाए? एह पर हिन्दू पक्ष कहलसि कि ऊ लोग सीमित स्तर के पूजा के माँग करेला.

जज कहले कि जवना मस्जिद के चर्चा होखता, उ अभी तक मस्जिद के रूप में इस्तेमाल नईखे भईल। जज आगे कहले कि उ मस्जिद अभी तक नईखे। जज आगे पूछले कि ओ मस्जिद के जगह मंदिर बनावे के मांग काहें होखता।

एकरा प हिन्दू पक्ष कहलस कि अयीसन बहुत संरक्षित भवन बा जवना में पूजा-पाठ होखेला। तब जज साहब कहले कि हाँ त हो जाला लेकिन इहां आप (हिन्दू पक्ष) फिर से मंदिर बनावे के मांग कर रहल बानी। मान लीं कि 800 साल पहिले ओहिजा मंदिर रहे त ओकरा के बहाल करे के कानूनी मांग कइसे हो सकेला? जबकि 800 साल पहिले इ भवन आपन अस्तित्व खो देले रहे
एकरा प हरिशंकर जैन हिन्दू पक्ष के ओर से अयोध्या मामला के हवाला देत कहले कि सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामला में कहले रहे कि देवता हमेशा मौजूद रहेले। उ कहले कि जवन भूमि देवता के होखेला उ हमेशा देवता के होखेला, जब तक कि उ लोग के विसर्जन ना हो जाला। कहल गईल कि अयोध्या के फैसला में एकरा के पांच जज के पीठ भी मान लेले रहे।

हिन्दू पक्ष कहलस कि कवनो देवता के मूर्ति के नष्ट करे के चाही। भले उनकर मंदिर ध्वस्त हो जाव, देवता लोग के दिव्यता आ पवित्रता ना गँवावेला। कहल जात रहे कि आजुओ ओहिजा भगवान महावीर, देवी आ भगवान गणेश के चित्र बा.

कोर्ट कुछ समय खातिर सुनवाई स्थगित कर दिहलस

कोर्ट भी कुछ समय से सुनवाई रोक देले रहे। कोर्ट अइसन ए चलते कईलस काहेंकी पुलिस (विशेष शाखा) के जज सुनवाई के ऑडियो रिकॉर्ड करत रहले। कोर्ट उनुकर फोन जब्त क लिहलस।

Share This Article