गोरखपुर: पारंपरिक लोकगीतन के गायन प्रतियोगिता के आयोजन पुरवाई कला संस्था गोरखपुर में आज अतवार के भइल। कुल 30 प्रतिभागी एह प्रतियोगिता के दौरान आपन प्रस्तुति से लोगन के मन मोह लिहल। बता दीं कि एह लोक राग प्रतियोगिता के उद्देश्य लोक कला आउर लोक परम्परन के प्रचार प्रसार के संगे संगे संवर्धन कइल बा। लोक संस्कृति के प्राणतत्व लोक कला आ परंपरा के सांस्कृतिक विरासत के जन जन तक पहुंचावल आ नया पीढ़ी के एकरा से जोड़नल पुरवाई कला गोरखपुर के मुख्य उद्देश्य बा।
एह प्रतियोगिता के अध्यक्षता डॉ० राकेश श्रीवास्तव आ निर्णायक डॉ० मिथलेश तिवारी आउर श्री रामदरस शर्मा आउर संचालन शिवेन्द्र त्रिपाठी द्वारा कइल गइल। कार्यक्रम के संयोजन हृदया त्रिपाठी द्वारा कइल गइल।
कुल 30 प्रतिभागियन द्वारा दिहल प्रस्तुति में विजयी प्रतिभागियन में पहिला स्थान पs ज्योति यादव, दुसरा स्थान पs तृप्ति मिश्र आ तीसरा स्थान पs शिवांगिनी तिवारी के संगे-संगे तीन गो सांत्वना स्थान पs हृदयांश, तनु मिश्राआ शालिनी रहल लो।
कार्यक्रम में प्रतियोगिता के संगे “संवाद सत्र” के आयोजन कइल गइल, जेमे विषय विशेषज्ञ श्री हरिप्रसाद सिंह आउर निर्णायकन द्वारा लोक गायन विधा पs आपन विचार प्रस्तुत कइल गइल, ओकरा विशेषतन पs चरचा आ प्रतिभागियन के जिज्ञासा के शांत कइल गइल।
पुरवाई कला के सचिव ममता केतन कहली कि 2015 में डॉ० राजीव केतन द्वारा स्थापित एह संस्था के केंद्र बिंदु लोक कला, लोक परम्परा आउर लोक संस्कृति बा।
नितेश पांडेय,अंकिता त्रिपाठी,गणेश दुबे, गणेश शुक्ल, शिविका सिंह, आदर्श आ अमन विश्वकर्मा कार्यक्रम में सहजोग प्रदान कइल लो।