गौतम गंभीर के कोच बनला के बाद से भारतीय टीम के प्रदर्शन कुछ खास नइखे रहल बा। खिलाड़ियन के खराब फॉर्म आ टीम इंडिया के लचर प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सख्त फैसले लेवे पs मजबूर कs देले बा। बोर्ड कथित तौर पs फिटनेस टेस्ट के पुरान नियमन के वापस ले आवे के इच्छुक बा लो। जवन विराट कोहली के कप्तानी के दिनन में लागू रहे। बोर्ड खिलाड़ियन के कार्यभार आ यात्रा के देखत यो-यो फिटनेस टेस्ट के अनिवार्यता के समाप्त कs दिहल गइल रहे।हालांकि, अब एगो रिपोर्ट में दावा कइल गइल रहे कि नियम के वापस ले आवल जा सकत बा।
फिटनेस मानदंडन पs ध्यान केंद्रित कइल चाह रहल बा बीसीसीआई
टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के मोताबिक, बीसीसीआई के मेडिकल टीम के व्यस्त कार्यक्रम के कारण खिलाड़ियन के लाग रहल चोट के रोकला पs ध्यान केंद्रित कइला के बजाय चयन खातिर फिटनेस मानदंडन पs वापस जाये खातिर कहल गइल बा। यो-यो टेस्ट मैंडेट के पिछला टीम मैनेजमेंट के ओर से चोटन के संख्या के कम करे खातिर हटा दिहल गइल रहे, बाकिर अब एह पs बोर्ड यू-टर्न ले सकत बा।
खिलाड़ी नियमन में नरमी के हल्का में लिहल लो
रिपोर्ट के मोताबिक, ‘बोर्ड खिलाड़ियन के प्रति नरमी बरतले रहे लो काहेकि ऊ जादेतर यात्रा पs होत रहे लो। ध्यान खाली चोट के रोकथाम पs केंद्रित हो गइल रहे। एकरा के कुछ खिलाड़ी हल्का में ले लेले बा लो। अइसन विचार कइल जा रहल बा कि फिटनेस के कुछ मानदंड के फेर से लागू करे के जरूरत बा। ताकि खिलाड़ी आत्ममुग्ध ना होखे।’ बीसीसीआई कथित तौर पs टीम के काम करे के तरीका में कुछ आउर बदलाव करे के चाह रहल बा, जेमे परिवार के सदस्य आ खिलाड़ियन के पत्नियन के संगे रहला पs अंकुश लगावल जा सकत बा।
बोर्ड फॉर्म में वापसी खातिर कुछ आउर नियम बनवलस
बोर्ड अधिकारियन के मानल बा कि बिदेसन में होखे वाला मैचन के दौरान परिवार के मवजूदगी से खिलाड़ियन के ध्यान भंग हो सकत बा आ एकरा से उनका प्रदर्शन पs असर पड़ सकत बा। एकरा आलावे, बीसीसीआई एगो नियम आउर पेश कइले बा जेमे सब खिलाड़ियन के एकसाथ यात्रा करे के कहल गइल बा। ई बदलाव हाल के बरिसन में अलग से यात्रा करे के विकल्प चुने वाला कुछ खिलाड़ियन के ध्यान में रखके बनावल गइल बा, ताक टीम में एकजुटता बनल रहे। अलग-अलग यात्रा कइला के बोर्ड टीम सामंजस्य आ अनुशासन खातिर नुकसानदायक मान रहल बा।
यो-यो टेस्ट का हs?
- यो-यो टेस्ट बीप टेस्ट जइसन होला। ई एगो रनिंग टेस्ट होला जेमे दु सेटन के बीच दउड़ लगावे के होला।
- दु सेटन के बीच के दूरी 20 मीटर होला। ई करीब-करीब क्रिकेट पिच के लंबाई के बराबर बा।
- एह दौरान खिलाड़ियन के एक सेट से दूसरका सेट तक दउड़े के होला आ फेर दूसरका सेट से पहिला सेट तक आवे के होला।
- एक बेर एह दूरी के तय कइला पs एगो शटल पूरा होला।
- टेस्ट के सुरुआत पांचवां लेवल से होला। ई 23वां लेवल तक चलत रहेला।
- हर एगो शटल के बाद दउड़े के समय कम होत रहल बा, बाकिर दूरी में कमी नइखे होला।
- भारतीय खिलाड़ियन के यो-यो टेस्ट में 23 में से 16.5 स्कोर ले आवे के होला।
यो-यो टेस्ट के आविष्कार के कइले रहे?
डेनमार्क के फुटबॉल फिजियोलॉजिस्ट डॉ. जेन्स बैंग्सबो 1990 के दशक में इंटरमिटेंट रिकवरी टेस्ट (यो-यो टेस्ट) के सुरुआत कइले रहस। परीक्षण सुरू में फुटबॉलरन पs ओह लोगन के समग्र फिटनेस आ एरोबिक क्षमता में सुधार खातिर कइल गइल रहे। धीरे-धीरे अउरियो खेल यो-यो टेस्ट के अपनावल सुरू कs दिहल।
भारतीय क्रिकेट टीम यो-यो टेस्ट कब सुरू कइल गइल रहे?
पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के स्ट्रेंथ आ कंडीशनिंग कोच शंकर बसु 2017 में भारत के श्रीलंका दौरा से पहिले राष्ट्रीय टीम में यो-यो टेस्ट के सुरुआत भइल रहे।
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