World No Tobacco Day 2024: ‘विश्व तंबाकू दिवस’ काहे मनावल जाला? एकरा पीछे के इतिहास जान लीं
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 : ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ काहे मनावल जाला? एकरा पीछे के इतिहास जानीं: तंबाकू के सेवन स्वास्थ्य खातिर घातक हो सकेला। धूम्रपान से मानसिक स्वास्थ्य के संगे-संगे शारीरिक स्वास्थ्य पs भी नकारात्मक असर पड़ सकता। धूम्रपान आ तंबाकू के नकारात्मक प्रभाव के जानला के बावजूद दुनिया भर में बहुत संख्या में लोग कवनो ना कवनो रूप में तंबाकू के सेवन करेले।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस काहे मनावल जाला?
World No Tobacco Day history ;
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कइल गइल। साल 1987 में डब्ल्यूएचओ एह दिन के मनावे के फैसला कइलस। ओह दौरान भी तंबाकू के चलते मरेवाला लोग के संख्या लगातार बढ़त रहे। एकरा बाद पहिला बेर अप्रैल 1988 के महीना में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनावल गइल। एकरा बाद एकर तारीख 31 मई के रखल गइल।
तंबाकू के दुष्प्रभाव : धूम्रपान से मानसिक स्वास्थ्य के संगे-संगे शारीरिक स्वास्थ्य पs भी नकारात्मक असर पड़ सकता। शोध के मुताबिक, पछिला कुछ साल में वैश्विक स्तर पs दिल के दौरा में बढ़ोतरी के संभावित कारक के रूप में धूम्रपान के भी बतावल गइल बा। तंबाकू हमनी के शरीर खातिर जहर के बराबर बा, फिर भी एकरा नशा के चलते लोग आपन जान जोखिम में डालतारे। तंबाकू से जुड़ल हर प्रकार के धूम्रपान चाहे नशा के सेवन से हमनी के शारीरिक स्वास्थ्य पs नकारात्मक असर पड़ेला। बीडी, सिगरेट भा गुटखा के सेवन से हमनी के शरीर के बहुत हिस्सा के बहुत नुकसान होखेला।धूम्रपान के चलते हमनी के धमनियन कमजोर हो जाले ना तs ओकर दक्षता प्रभावित हो जाला। अइसन स्थिति में कोरोनरी हार्ट डिजीज आ स्ट्रोक तक हो सकता। अइसन बहुत शोध सोझा आइल बा जवना से पता चलता कि पछिला साल में दिल के दौरा के मामला में बढ़ोतरी के पीछे धूम्रपान भी एगो बड़ कारण बा।
तंबाकू हमनी के स्वास्थ्य खातीर बहुत खतरनाक बा। तंबाकू के सेवन से होखे वाला नुकसान के बारे में लोग के जागरूक करे खातिर हर साल 31 मई के विश्व तंबाकू निरोध दिवस मनावल जाला। इहाँ हम रउआ सभे के एह दिन के इतिहास बतावे जा रहल बानी। संगही विशेषज्ञ लोग से जान लीं कि तंबाकू के चलते हमनी के शरीर के कवन-कवन अंग में कैंसर के खतरा बा आ हमनी के एकरा से छुटकारा पावे खातीर कवन उपाय कs सकतानी।
तंबाकू से होखे वाला बेमारी के बारे में विशेषज्ञ से जानीं
विशेषज्ञ के कहनाम बा कि एकरा चलते सिर्फ मुंह के ना बलुक फेफड़ा, पेट, मूत्राशय, किडनी, अग्न्याशय आ गर्भाशय ग्रीवा के भी कैंसर के खतरा होखेला। डॉक्टर आगे बतवले कि धूम्रपान के सेवन से हमनी के दिमाग के खून के नली के आस्तर में खून के थक्का तक हो जाला। इनहन के कमजोर होखे के कारण एकरा से स्ट्रोक हो सके ला। एकर लत लागे वाला लोग के हाई ब्लड प्रेशर भी होखेला आ एकरा चलते अउरी बहुत समस्या भी पैदा हो सकता। तंबाकू के सेवन के चलते कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट अटैक आ पुरान फेफड़ा के बेमारी के खतरा भी बढ़ जाला।
तंबाकू छोड़े के तरीका
जब भी रउरा तंबाकू से जुड़ल चीजन के लालसा होखे तs ओकरा के अनदेखी करीं । जब मन करे तs अपना के कवनो काम में व्यस्त राखीं । एह तरह से रउरा अपना के धूम्रपान भा तंबाकू के सेवन के दोसरा तरीका से दूर राख सकीलें । विशेषज्ञ इहो सलाह देले कि धूम्रपान से बचे खाती विशेषज्ञ के सिफारिश कइल निकोटीन इनहेलर के इस्तेमाल कइल जा सकता। हालांकि, एकर इस्तेमाल करे से पहिले उचित जानकारी ले लीं।
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