समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी आ फ्रंटल संगठनन में कई गो अहम बदलाव लउकी। कार्यकारिणी में सदस्यन की संख्यो बढावल जाई । पार्टी के नीतियन के लेके लगातार संघर्षशील रहे वाला नेता लोगन के खास जिम्मेदारी देहल जाई। फ्रंटल संगठनन के पदाधिकारियन के जिम्मेदारी में भी बदलाव के तईयारी बा। एकरा के लेके दू दउर के कसरत हो चुकल बा। कुछ नाया नामन पs विचार कइल जा रहल बा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भलही कवनो खास बदलाव नइखे कइल गइल, बाकिर प्रदेश कार्यकारिणी में बदलाव दिखी। एह में राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादवो के छाप नजर आई। शिवपाल के संगे कान्हा से कान्हा मिलाके चले वाला कुछ चेहरन के प्रदेश कार्यकारिणी में जगह मिलल एकदम तय बा । संबंधित नाम पs विचार विमर्श चल रहल बा। पिछली प्रदेश कार्यकारिणी में प्रमुख महासचिव के अलावा दू गो अउरी महासचिव बनावल गइल रहले ।एह बार पांच गो महासचिव पs विचार चल रहल बा। एही तरे सचिवो पद के संख्या बढ़ सकत बा।
फ्रंटल संगठनन में नाया चेहरन के तवज्जो मिली
राष्ट्रीय आ प्रदेश के फ्रंटल संगठनन में खासतौर से बदलाव दिखी। एह बार अलग- अलग संगठन में पश्चिम, पूरब, मध्य आ बुंदेलखंड के नेता लोगन के जिम्मेदारी सऊंपल जाई। महिला सभा प्रदेश अध्यक्ष के जिम्मेदारी वाराणसी के रीबू श्रीवास्तव के दिहल जा चुकल बा। अब अईसना में पूर्वांचल से बस्ती, देवरिया भा गोरखपुर के नेता के कवनो फ्रंटल संगठन के जिम्मेदारी देबे पs विचार चल रहल बा। युवजन सभा, छात्रसभा, यूथ ब्रिगेड, लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय आ प्रदेश अध्यक्षन में कुछ लोग के जिम्मेदारी बदलल जाई। कुछ लोगन पs पार्टी दोबारा दांव लगाईं।
पार्टी सूत्रन के कहनाम बा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अनुभवी आ लगातार पार्टी में सक्रिय रहे वाला युवा नेता लोगन के फ्रंटल संगठनों के जिम्मेदारी सऊंपल जाई, ताकि ऊ लोग चुनाव के दउरान पुरान आ नएका नेता लोगन के जोड़ सकसु। एह में जातीय जनाधार के भी ध्यान राख़ल जा रहल बा। कानपुर क्षेत्र से ब्राह्मण नेता के अहम जिम्मेदारी मिली तs बुंदेलखंड से पटेल बिरादरी पs दांव लगावल जाई। फ्रंटल में एगो संगठन के कमान ठाकुर बिरादरी के सऊंपल जाई ताकि जातीय गणित दुरुस्त रहे। एही तरे अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी इकबाल कादरी के बनावल गइल बा। अइसना में प्रदेश अध्यक्ष पद पs एह बेर बदलाव होखल तय बा।