कलयुग के प्रेमी : मोबाइल टावर पs चढ़ के कहलस – मर जाईब, गोरखपुर के लोग हम मिट जाईब; हम त ओकरा से ही बियाह करब
रेल म्यूजियम के लगे एगो युवक मोबाइल टावर पs चढ़ के मशहूर फिल्म शोले के वीरू के माहौल बनवलस। शुक के दिने कुशीनगर जिला के दिलीप साँझ चार बजे मोबाइल टावर पs करीब 100 फीट ऊपर चढ़ गइलन। उ चिल्ला के कहलस – गोरखपुर के लोग.. हम एगो लईकी से प्यार करतानी, लेकिन परिवार के लोग हमरा के बियाह ना करे देत बाड़े। हम ओकरा से बियाह करब, ना त कूद के मर जाईब… मिट जाईब…
ई नजारा देख के भीड़ जुट गइल। लोग उनुका के रोके के कोशिश कईले, लेकिन उ सहमत ना भईले। ऊपर चढ़ला के बाद टावर में गमछा से आपन गर्दन बांध के मोबाइल नीचे फेंक दिहलस। उनुकर कहनाम बा कि उनुका एगो मुसलमान लईकी से प्यार बा, लेकिन परिवार के लोग बियाह ना करे पs अड़ल बाड़े। फायर ब्रिगेड के गाड़ी के मदद से शाम 7 बजे टावर के कर्मचारी उनुका के उतार के जिला अस्पताल भेज देले। हालांकि उनुकर भाई के कहनाम बा कि झगड़ा में माथा में चोट लगला के बाद उनुकर मानसिक संतुलन खतम हो गईल बा।
जानकारी के मुताबिक कुशीनगर जिला के काश्या निवासी वीरेंद्र पटेल के बेटा दिलीप पटेल (18 साल) पढ़ाई करतारे। बड़ भाई अमरजीत जयपुर में रहेले। अमरजीत बतवले कि दिलीप भी कुछ दिन पहिले जयपुर में उनुका लगे आईल रहले। करीब एक हफ्ता पहिले उहाँ के कुछ नवहियन से उनकर विवाद रहे। जयपुर में भईल ए झगड़ा में दिलीप के सिर में गंभीर चोट आईल। तब से उ मानसिक रोगी बन गईल बाड़े।
अमरजीत बतवले कि दिलीप के इलाज चलता। अमरजीत दू दिन पहिले उनका के घरे ले आइल बाड़न। शुक्रवार के सबेरे अमरजीत भाई दिलीप के डॉक्टर के देखावे जात रहले कि अचानक दिलीप कुशीनगर के मल्लीडिहा के नजदीक से भाग गईले। परिवार के लोग ओकरा के खोजत रहले। करीब दु घंटा बाद पुलिस के फोन आईल कि दिलीप गोरखपुर के मोबाइल टावर पs चढ़ गईल बाड़े। उ नीचे आवे के तैयार नईखन। परिवार के लोग कुशीनगर से गोरखपुर पहुंचले। करीब सात बजे युवक के नीचे ले आवल गइल रहे।
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