ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्राइवेट अस्पतालन पs मरली छापा, कइली सील
निजी अस्पतालन के करिया सरकारी सच, मनमाना इलाज आ ठगल जा रहल बा लोग मरीज
गोरखपुर। जिलाधिकारी के निरदेस पर जनपद के सब अस्पतालन में एक संगे छापा डालल गइल। जवना अस्पतालन में कमियन के पावल गइल ओह अस्पतालन पर करवाई कइल गइल।
आज मंगर के जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश शिकायतन के धेयान में राखत प्राइवेट अस्पतालन के जांच करे के निरदेस देले रहस। जवना के अनुपालन में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर नेहा बंधु भटहट क्षेत्र के प्राइवेट अस्पतालन में एक संगे निरीक्षण कइली। जवना अस्पतालन में कमी पावल गइल ओह अस्पतालन के सील कइल गइल।
गोरखपुर में प्राइवेट अस्पतालन के उद्योग चल पड़ल बा। इहां मर्ज, मरीज से जादे ठगी के खेल हावी बा। जांच, छापा के दौरान अस्पताल में खामियन के पावल गइल। अस्पताल संचालन के लायक ना होला बाकिर कुछे दिन बाद उहे अस्पताल नया नाम के संगे फेर मरीजन से खिलवाड़ सुरू कs देला। निजी अस्पतालन के ई सरकारी सच केहू से छिपल नइखे। अस्पताल में मनमानी के सइयन शिकायत डीएम कार्यालय में पड़ल बा। बाकिर निजी अस्पतालन के काला सरकारी साच ई बा कि कार्रवाई के नाम पर खाली खानापूर्ति कइल जाला। अस्पताल में डाक्टर आ ट्रेंड स्टाफ के कमी के खामियाजा लोगन के जान गंवा के चुकावे के पड़ेला। जबकि फर्जी बिल बुक से मोट फीस वसूलल जाला।
अस्पतालन में मनमानी के लेके खुद जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश द्धारा संबंधित के निरदेसित कइल गइल रहे कि अस्पतालन में पहुंचके निरीक्षण कs के कमी पायल जाये वाला अस्पतालन के सील कs के कार्रवाई कइल जाव। जवना से अस्पतालन में हो रहल शिकायतन के निवारण कइल जा सकल कुछ अस्पताल के नोटिस जारी कइल गइल। अस्पतालन पर ताला डलले
कुछ अस्पतालन में फर्जी बिलबुक, गंदगी, मेडिकल वेस्ट आ पॉल्यूशन बोर्ड से परमिशन ना रहे। ओहिजा कुछ अस्पतालन में न डाक्टर रहे, ना ट्रेंड स्टाफ, मनमाना बिल बनाके वसूली कइल जात रहे।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा बंधु संबंधित अस्पताल संचालकन के चेतावनी देत कहली कि दोबारा कवनो अस्पताल में कमी पावल जाला तs उनका खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कइल जाई।
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